नमस्ते! अप्रैल महीने में हमारे देश में क्या-क्या चल रहा था, आप जानना चाहते हैं? तो पढ़िए ये चार बड़े टॉपिक जो हमने इस महिने कवर किए। हर एक खबर का असर रोज़मर्रा की ज़िंदगी से जुड़ा है, इसलिए ध्यान से देखें.
पहले बात करते हैं मध्य प्रदेश की पहली राज्य‑स्तरीय प्री‑कोप जलवायु बैठक की. इस मीटिंग में कृषि और ऊर्जा पर खास फोकस किया गया, क्योंकि ये दोनों सेक्टर climate‑change के असर से सीधे जुड़े हैं. सरकार ने SAPCC के तहत सूखा‑बाढ़ जैसी समस्याओं का रूटमैप तैयार करने का वादा किया. अगर आप किसान या ऊर्जा प्रोफेशनल हैं तो इस पहल को फॉलो करना आपके लिए मददगार हो सकता है.
दूसरी खबर उत्तर प्रदेश से – 12 अप्रैल को ओलावृष्टि की चेतावनी जारी हुई. कुल 38 जिलों में तेज़ हवाएँ और भारी बारिश आने वाली थी, कुछ जगहों का तापमान 50‑60°C तक पहुंच गया था. किसान भाईयों ने फसल बचाने के लिए पहले ही तैयारियां शुरू कर दी थीं, पर फिर भी नुकसान का खतरा बना रहा. अगर आप इस इलाके में रहते हैं तो स्थानीय मौसम विभाग की अपडेट्स को लगातार चेक करते रहें.
तमिलनाडु के थेनि जिले में दो दोस्त बाइक पर घूमते हुए अचानक एक साँप से टकरा गए. इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया, क्योंकि पिछले साल भी कई साँप काटने की रिपोर्ट्स आई थीं. स्थानीय अधिकारियों ने चेतावनी जारी कर लोगों को जंगल या खेतों में सावधानी बरतने को कहा. अगर आप ऐसे इलाकों में रहते हैं तो हमेशा जूते पहनें और रात के समय बाहर निकलने से बचें.
अंत में लोहसभा की गर्मागर्म बहस: वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर विपक्ष ने इसे मुस्लिम अधिकारों पर हमला कह कर तीखा विरोध किया. कर्नल रिज़ीजी ने इस बात को उठाया कि पारदर्शिता और बेहतर प्रबंधन के लिए यह जरूरी है, जबकि अन्य दल इसे संवैधानिक उल्लंघन कहते हैं. अगर आप राजनीति में रुचि रखते हैं तो ये बहस देखना न भूलें; इससे आने वाले सालों में वक्फ संपत्तियों की नीति कैसे बदल सकती है, इसका इशारा मिलता है.
तो यही था अप्रैल 2025 का सार – जलवायु से जुड़ी गंभीर चुनौतियां, मौसम चेतावनियाँ, स्थानीय घटना और राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक टकराव. आप इन खबरों को अपने जीवन में कैसे लागू करेंगे? अगर कोई सवाल या राय हो तो नीचे कमेंट करिए, हम यकीनन चर्चा करेंगे.
मध्य प्रदेश की पहली राज्य स्तरीय प्री-कॉप जलवायु बैठक में स्थानीय नीतियों को राष्ट्रीय जलवायु लक्ष्यों से जोड़ने पर चर्चा हुई। कृषि और ऊर्जा क्षेत्रों की चुनौतियों और अवसरों के साथ, सभी हितधारकों ने मिलकर टिकाऊ समाधान तलाशे। इस तरह राज्य ने SAPCC के तहत सूखा और बाढ़ जैसी समस्याओं से निपटने का रोडमैप साझा किया।
तमिलनाडु के थेनी जिले में बाइक सवार दो दोस्तों का सामना अचानक एक सांप से हो गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। 2024 में जिले में पहले ही सैकड़ों सांप काटने के मामले सामने आ चुके हैं। यह खबर न सिर्फ हादसे पर बल्कि इलाके में बढ़ते सांप के खतरे और उससे जुड़ी जागरूकता की भी बात करती है।
उत्तर प्रदेश में 12 अप्रैल 2025 को मौसम में बड़े बदलाव देखे गए। जहां बारिश और आंधी ने गर्मी से राहत दिलाई, वहीं 38 जिलों में ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई। इन जिलों में सीतापुर, गोरखपुर और बस्ती शामिल हैं। कुछ क्षेत्रों में तापमान 50-60°C तक पहुंचा, और तेज हवाओं की भविष्यवाणी की गई। कृषि नुकसान की संभावनाओं को लेकर सतर्कता की अपील की गई।
वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के लोकसभा में प्रस्तुत होने पर विपक्षी दलों ने इसे मुस्लिम धार्मिक अधिकारों पर हमला बताया। किरन रिजिजू द्वारा पेश इस विधेयक के खिलाफ AIMIM और कांग्रेस ने तीखा विरोध जताया। बीजेपी ने विधेयक को वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाने का प्रयास बताया, जबकि विपक्ष ने इसे संविधान का उल्लंघन कहा।
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