आप शेयर मार्केट में रुचि रखते हैं लेकिन रोज़ नई‑नई जानकारी से अभिभूत महसूस करते हैं? यहाँ हम आसान भाषा में आज के सबसे ज़रूरी अपडेट, कीमतों के बदलाव और कुछ भरोसेमंद सुझाव लाते हैं। पढ़ते रहिए, समझते रहिए—ताकी आपका निवेश मजबूत बने।
कल सुबह Nifty 50 ने 200 पॉइंट की गिरावट दर्ज की जबकि Sensex थोड़ा ऊपर गया। कारण था कुछ बड़े बैंक शेयरों में लाभ‑ह्रास और तेल की कीमतों का घटना। टेक कंपनियों के स्टॉक्स ने हल्की‑सी उछाल दिखायी, खासकर IT सेक्टर में आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट्स की बढ़ती माँग से। अगर आप इन इंडेक्स को फॉलो करते हैं तो इस बदलाव पर नजर रखें—यह अक्सर अगले दिन के ट्रेडिंग मूवमेंट का संकेत देता है।
एक और ख़बर: भारत में नई स्टार्ट‑अप लिस्टिंग की प्रक्रिया तेज हो रही है। पिछले हफ़्ते दो हाई‑टेक कंपनियां बिंज एंटरप्राइज़ेज़ और क्विकडाटा को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध किया गया। ऐसे शेयरों में शुरुआती निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि प्राइस वोलैटिलिटी अधिक हो सकती है।
अगर आप अभी‑ही शेयर मार्केट में कदम रख रहे हैं तो सबसे पहले एक भरोसेमंद ब्रोकर चुनें जो कम ब्रोकरेज चार्ज लेता हो। उसके बाद अपना निवेश लक्ष्य तय करें—क्या आप अल्पकालिक मुनाफ़ा चाहते हैं या दीर्घकालीन पूँजी वृद्धि?
एक साधारण नियम याद रखिए: "इक्विटी को 10% से अधिक नहीं रखें एक ही सेक्टर में"। इस तरह अगर कोई खास उद्योग में अचानक गिरावट आए तो आपका पूरा पोर्टफ़ोलियो नहीं डूबेगा। साथ ही, हर महीने अपने निवेश को दो हिस्सों में बाँटें—एक हिस्सा स्थिर बॉण्ड या म्यूचुअल फंड में और दूसरा इक्विटी में रखें। यह बैंक्स के प्राइस बदलने पर आपके जोखिम को कम करता है।
मार्केट का रुझान समझना आसान नहीं, लेकिन कुछ संकेत मदद करते हैं। जब RBI की ब्याज दरें घटती हैं तो शेयरों की कीमतें आमतौर पर बढ़ती हैं क्योंकि कंपनियों के लिए फंडिंग सस्ता हो जाता है। इसी तरह, यदि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में वोलैटिलिटी बढ़े तो घरेलू इंडेक्स अक्सर नीचे गिरते हैं। इन संकेतकों को ट्रैक करना आपके निर्णय को तेज़ बनाता है।
अंत में, भावनाओं से दूर रहें। जब मार्केट तेजी से ऊपर या नीचे जाए तो कई लोग घबराकर बेच‑बिखेर देते हैं या बिना सोच समझे खरीद लेते हैं। एक शांत मन के साथ अपने प्लान का पालन करें और समय‑समय पर पोर्टफ़ोलियो रीव्यू करिए। यही सबसे बड़ी बचाव तकनीक है।
तो अब जब आपके पास ताज़ा खबरें, आसान टिप्स और जोखिम कम करने की रणनीति है—आप शेयर बाज़ार में आत्मविश्वास से कदम रख सकते हैं। याद रखें, लगातार सीखना और अनुशासन ही सफल निवेश का मूल मंत्र है।
24 सितंबर 2025 को भारतीय शेयर बाजार में मंदी आई, जिसका असर Nifty50 को 25,100 के नीचे और Sensex को 380 अंक से अधिक गिरावट में दिखा। तकनीकी संकेतकों ने अल्पकालिक नीचे की गिरावट की भविष्यवाणी की थी, और विश्लेषकों ने आगे की अस्थिरता की चेतावनी दी। अगले ट्रेडिंग सत्र में संभावित खरीदारी के अवसरों पर भी चर्चा हुई।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के शेयरों ने सोमवार, जुलाई 29, 2024 को शुरुआती ट्रेड में 6.22% की वृद्धि दिखाई, जब बैंक ने 30 जून को समाप्त हुई पहली तिमाही के लिए संयुक्त शुद्ध लाभ में 207% की वृद्धि दर्ज की। मजबूत ऑपरेशनल प्रदर्शन और कम एनपीए प्रोविजनिंग ने इस महत्वपूर्ण वृद्धि में योगदान दिया।
विप्रो के शेयर सोमवार को 8% गिर गए जब कंपनी ने अपने Q1 वित्तीय परिणाम जारी किए। आईटी प्रमुख ने 5.21% की सालाना वृद्धि दर्ज की, लेकिन राजस्व में 3.79% की गिरावट देखी गई। शेयरों की गिरावट के बाद ब्रोकरेज फर्मों ने नए मूल्य लक्ष्य जारी किए हैं।
टाइटन कंपनी के शेयरों में सोमवार, 8 जुलाई, 2024 को 4% की गिरावट देखी गई। पहले तिमाही में अपेक्षित वृद्धि नहीं होने के कारण ब्रोकरों ने लक्षित मूल्य में कटौती की। टाइटन के जेवेलरी बिजनेस की आय में मात्र 9% वृद्धि दर्ज की गई, जो उम्मीद से कम थी। उच्च सोने की कीमतें एवं निम्न शादी के मौसम ने भी इस कमजोर अपडेट में योगदान दिया।
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