अतुल परचुरे: एक बहुमुखी अभिनेता का अंत
मराठी और हिंदी सिनेमा के बीच अपनी अदाकारी से एक पुल बनाने वाले प्रसिद्ध अभिनेता अतुल परचुरे का निधन उनके प्रशंसकों और परिवार के लिए एक असह्य क्षति है। 2024 के अक्टूबर महीने में, 57 साल की उम्र में, उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। पिछले कुछ वर्षों से वे लीवर कैंसर से जूझ रहे थे, और उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। उनके निधन की खबर ने पूरे सिनेमा जगत में शोक की लहर फैला दी है।
अतुल परचुरे का जन्म एक मराठी परिवार में हुआ था, और उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत मराठी सिनेमा में की थी। उनका अभिनय कौशल जल्द ही लोगों का ध्यान आकर्षित करने लगा और उन्होंने बॉलीवुड की ओर रुख किया। उन्होंने कई बड़े बॉलीवुड स्टार्स के साथ काम किया और अपनी अनूठी अदाकारी के लिए पहचाने गए। उनकी मशहूर फिल्मों में 'बिलु', 'पार्टनर', 'ऑल द बेस्ट', और 'खट्टा मीठा' शामिल हैं। ये फिल्में न केवल उनकी अभिनय यात्रा में मील का पत्थर साबित हुईं बल्कि दर्शकों के दिलों में भी अपनी छाप छोड़ गईं।
टीवी करियर में खास पहचान
फिल्मों के अलावा, अतुल परचुरे ने टेलीविजन में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। खासतौर पर 'द कपिल शर्मा शो', 'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल', और 'बड़ी दूर से आए हैं' जैसे शोज़ में उन्होंने दर्शकों को हँसाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके चिरपरिचित कॉमिक टाइमिंग और सहज अभिनय को दर्शकों ने बहुत पसंद किया।
लेकिन उनके जीवन की कहानी उनके संघर्ष और साहस से भी प्रेरित करती है। जब उन्हें कैंसर का पता चला, तब उन्होंने इसे हार मानने का कारण नहीं बनने दिया। पिछले साल उनकी स्थिति बेहतर हुई थी और ऐसा लग रहा था कि उन्होंने कैंसर पर विजय पा ली है। इस दौरान चिकित्सा रिपोर्ट में उनके लीवर में 5 सेंटीमीटर का ट्यूमर पाया गया था, जो डॉक्टरों की टीम की देखरेख में हटा दिया गया था। लेकिन दुर्भाग्यवश, कुछ ही समय बाद कैंसर की वापसी ने उनकी हालत को बिगाड़ दिया और अंततः उनका निधन हो गया।
फिल्म जगत और प्रशंसकों का दुख
उनके निधन के बाद से उनके सहकर्मी और प्रशंसक उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। सिनेमा जगत का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है जो उनके योगदान से अछूता हो। वह एक ऐसे कलाकार थे जिन्होंने सदाबहार यादें छोड़ीं, और यह कहा जा सकता है कि उनके बिना मराठी और हिंदी सिनेमा का मानस पटल अधूरा रहेगा।
अतुल परचुरे अपने पीछे अपनी माँ, पत्नी, और एक बेटी को छोड़ गए। उनके परिवार के लिए यह समय बेहद दुखद है। लोगों का उनके प्रति प्यार और सम्मान दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और उनकी मीठी यादें हमेशा के लिए जीवित रहेंगी।
7 टिप्पणि
Jitender j Jitender
अक्तूबर 15, 2024 AT 05:12अतुल परचुरे का अभिनय एक अलग ही स्तर का था। उन्होंने जो भी रोल किया उसमें अपनी आत्मा डाल दी। बिलु से लेकर कपिल शर्मा शो तक उनकी उपस्थिति ने हर जगह असर छोड़ा। इंसान तो जाता है पर असर रहता है।
Jitendra Singh
अक्तूबर 15, 2024 AT 08:25इस तरह के कलाकारों की कमी आज के ट्रेंडी नंबर डांस वाले अभिनेताओं के बीच और बढ़ रही है। उन्होंने अभिनय को कला बनाया था न कि कॉमर्शियल कॉम्मोडिटी। आज के युवा लोग अपने फिल्मों में सिर्फ लुक और लाइफस्टाइल दिखाते हैं जबकि उनके पास था गहराई।
VENKATESAN.J VENKAT
अक्तूबर 16, 2024 AT 13:34कैंसर से लड़ने वाले इंसान तो हर दिन देखते हैं पर अतुल ने उस लड़ाई को एक शिक्षा बना दिया। उन्होंने अपनी आखिरी सांस तक काम किया। ये नहीं कि उन्होंने बीमारी को नजरअंदाज किया बल्कि उसके बीच भी जीवन को जीने का फैसला किया। ये असली साहस है।
Amiya Ranjan
अक्तूबर 17, 2024 AT 20:50उनकी बेटी को अब अपने पिता की याद बहुत दर्द देगी। लेकिन उसे ये भी याद रखना चाहिए कि उनके पिता ने इस दुनिया को अपनी आवाज़ से बदल दिया।
vamsi Krishna
अक्तूबर 19, 2024 AT 04:14क्या ये बस एक और एक्टर की मौत है? क्या इतना बड़ा धमाका क्यों? बस एक फिल्म में आते थे और फिर गायब हो जाते थे।
Narendra chourasia
अक्तूबर 21, 2024 AT 01:41ये सब बकवास है! लोग इस तरह के लोगों को बस इसलिए याद करते हैं क्योंकि वो मर गए! जब जिंदा थे तो किसने उनकी फिल्में देखीं? किसने उनके लिए टिकट खरीदे? अब बड़ा रोना शुरू कर दिया! जिंदगी में उनका जिक्र नहीं था! ये सब बस शो-बिज़नेस है!
Mohit Parjapat
अक्तूबर 21, 2024 AT 19:16भारत के असली अर्थों में कलाकार थे! जब दुनिया ने उन्हें भूलने की कोशिश की तो वो अपने आप को दोबारा बना लिया! लीवर कैंसर के बीच भी कपिल शर्मा शो पर आए! ये नहीं कि वो मरने वाले थे बल्कि जीने वाले थे! इनके बिना हिंदी-मराठी सिनेमा का क्या मतलब? ये लोग जिंदगी देते हैं न कि बस फिल्में बनाते हैं! 🇮🇳🔥