मराठी अभिनेता अतुल परचुरे का कैंसर से निधन: 57 वर्ष की आयु में दुनिया को कहा अलविदा

शेयर करना




15

अक्तू॰

2024

अतुल परचुरे: एक बहुमुखी अभिनेता का अंत

मराठी और हिंदी सिनेमा के बीच अपनी अदाकारी से एक पुल बनाने वाले प्रसिद्ध अभिनेता अतुल परचुरे का निधन उनके प्रशंसकों और परिवार के लिए एक असह्य क्षति है। 2024 के अक्टूबर महीने में, 57 साल की उम्र में, उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। पिछले कुछ वर्षों से वे लीवर कैंसर से जूझ रहे थे, और उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। उनके निधन की खबर ने पूरे सिनेमा जगत में शोक की लहर फैला दी है।

अतुल परचुरे का जन्म एक मराठी परिवार में हुआ था, और उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत मराठी सिनेमा में की थी। उनका अभिनय कौशल जल्द ही लोगों का ध्यान आकर्षित करने लगा और उन्होंने बॉलीवुड की ओर रुख किया। उन्होंने कई बड़े बॉलीवुड स्टार्स के साथ काम किया और अपनी अनूठी अदाकारी के लिए पहचाने गए। उनकी मशहूर फिल्मों में 'बिलु', 'पार्टनर', 'ऑल द बेस्ट', और 'खट्टा मीठा' शामिल हैं। ये फिल्में न केवल उनकी अभिनय यात्रा में मील का पत्थर साबित हुईं बल्कि दर्शकों के दिलों में भी अपनी छाप छोड़ गईं।

टीवी करियर में खास पहचान

फिल्मों के अलावा, अतुल परचुरे ने टेलीविजन में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। खासतौर पर 'द कपिल शर्मा शो', 'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल', और 'बड़ी दूर से आए हैं' जैसे शोज़ में उन्होंने दर्शकों को हँसाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके चिरपरिचित कॉमिक टाइमिंग और सहज अभिनय को दर्शकों ने बहुत पसंद किया।

लेकिन उनके जीवन की कहानी उनके संघर्ष और साहस से भी प्रेरित करती है। जब उन्हें कैंसर का पता चला, तब उन्होंने इसे हार मानने का कारण नहीं बनने दिया। पिछले साल उनकी स्थिति बेहतर हुई थी और ऐसा लग रहा था कि उन्होंने कैंसर पर विजय पा ली है। इस दौरान चिकित्सा रिपोर्ट में उनके लीवर में 5 सेंटीमीटर का ट्यूमर पाया गया था, जो डॉक्टरों की टीम की देखरेख में हटा दिया गया था। लेकिन दुर्भाग्यवश, कुछ ही समय बाद कैंसर की वापसी ने उनकी हालत को बिगाड़ दिया और अंततः उनका निधन हो गया।

फिल्म जगत और प्रशंसकों का दुख

उनके निधन के बाद से उनके सहकर्मी और प्रशंसक उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। सिनेमा जगत का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है जो उनके योगदान से अछूता हो। वह एक ऐसे कलाकार थे जिन्होंने सदाबहार यादें छोड़ीं, और यह कहा जा सकता है कि उनके बिना मराठी और हिंदी सिनेमा का मानस पटल अधूरा रहेगा।

अतुल परचुरे अपने पीछे अपनी माँ, पत्नी, और एक बेटी को छोड़ गए। उनके परिवार के लिए यह समय बेहद दुखद है। लोगों का उनके प्रति प्यार और सम्मान दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और उनकी मीठी यादें हमेशा के लिए जीवित रहेंगी।

लेखक के बारे में

स्नेहा वर्मा

स्नेहा वर्मा

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूँ और मुझे भारत से संबंधित दैनिक समाचारों पर लिखना बहुत पसंद है। मुझे अपनी लेखन शैली के माध्यम से लोगों तक जरूरी सूचनाएं और खबरें पहुँचाना अच्छा लगता है।

एक टिप्पणी लिखें