कप्तानी की रेस में बड़ा ट्विस्ट: बुमराह को मिल रहा विशेषज्ञों का समर्थन
टेस्ट कप्तानी की चर्चा में अचानक बड़ा मोड़ आ गया है। अब तक जहां माना जा रहा था कि युवा बल्लेबाज शुभमन गिल या विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को कप्तानी मिल सकती है, वहीं अनुभवी खिलाड़ियों और पूर्व चयनकर्ताओं की राय से बुमराह की उम्मीद जिंदा हो गई है। संजय मांजरेकर, रविचंद्रन अश्विन और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों ने साफ कहा है कि भले ही बुमराह के सामने वर्कलोड की चुनौती है, लेकिन उनका अनुभव और टीम को साथ लेकर चलने की काबिलियत बाकी विकल्पों पर भारी है।
अगर आप पिछले दो सालों में भारत की टेस्ट क्रिकेट पर नजर डालें, तो एक नाम बार-बार उभर कर सामने आता है—जसप्रीत बुमराह। पर्थ टेस्ट में जो रणनीतिक सूझ-बूझ और कप्तानी उन्होंने दिखाई, उसकी मिसाल आज भी दी जाती है। तेज़ गेंदबाज आमतौर पर ज्यादा मैचों में कप्तानी नहीं करते, लेकिन बुमराह का आत्मविश्वास और टीम को मुश्किल समय में मोटिवेट करने की काबिलियत, उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाती है। उनका ऑस्ट्रेलिया दौरे में अनुभव, खास तौर पर बॉक्सिंग डे टेस्ट की यादें क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में ताजा होंगी। वहां बुमराह ने न सिर्फ विरोधी टीम को दबाव में लिया था, बल्कि खिलाड़ियों के बीच यूनिटी भी बनाई थी।
कौन हैं अन्य उम्मीदवार और कौन-सी दुविधा सामने आ रही है?
दूसरी तरफ युवा बल्लेबाज शुभमन गिल तेजी से उभरे हैं, लेकिन कई विशेषज्ञ मानते हैं कि कप्तानी के लिए उनका अनुभव अभी सीमित है। टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के तौर पर सामने आना बड़ी जिम्मेदारी होता है—यह सिर्फ रणनीति की बात नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के बीच तालमेल और दबाव में फैसले लेने की परीक्षा भी है। इसी वजह से गिल का नाम आगे बढ़ने के बावजूद संशय बना हुआ है।
विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत और सलामी बल्लेबाज केएल राहुल को लेकर भी बातें चल रही हैं। ऋषभ पंत की बल्लेबाजी में नयापन है, लेकिन कप्तानी में उनकी परीक्षा अभी बाकी है। वहीं, केएल राहुल पहले भी सीमित ओवर के कप्तान रहे हैं, मगर उनके नेतृत्व में टीम को लंबे वक्त की स्थिरता नहीं जरूर मिली।
पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कुछ दिनों पहले यह सुझाव दिया कि जसप्रीत बुमराह कप्तान हों और शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया जाए, ताकि युवा जोश और अनुभवी सोच में संतुलन रहे। एक तरफ लंबे समय के लिए कप्तानी की स्थिरता चाहिए, दूसरी तरफ बुमराह के ओवरलोड वर्क का हिसाब-किताब भी जरूरी है। यह भी ध्यान देना होगा कि अगर तेज़ गेंदबाज कप्तान बनते हैं तो उनकी फिटनेस और नियमित खिलाड़ी बने रहना चुनौती हो जाती है।
बीसीसीआई 24 मई को इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट टीम का ऐलान करने वाली है, और उम्मीद है कि उसी दिन कप्तानी पर से भी पर्दा हट जाएगा। सबसे बड़ी पहेली यही है कि बोर्ड किसे तवज्जो देगा—वर्कलोड संतुलन या नेतृत्व की मजबूती? क्या बुमराह को दोबारा किस्मत आजमाने का मौका मिलेगा या युवा जोश पर भरोसा दिखेगा? क्रिकेट फैंस की निगाहें अब बीसीसीआई के फैसले पर टिकी हैं।
14 टिप्पणि
Jyotijeenu Jamdagni
मई 22, 2025 AT 09:02बुमराह कप्तान हो तो टीम का दिमाग भी बन जाएगा। उसकी आंखों में जो चमक है, वो किसी कोच की स्लाइड नहीं, असली लीडरशिप है। बस थोड़ा धीरे-धीरे खेलने दो, वर्कलोड का ख्याल रखो।
navin srivastava
मई 22, 2025 AT 18:36अरे यार बुमराह कप्तान बनेगा तो फिर गिल का क्या होगा? ये सब बातें बस रिपोर्टर्स की चाहत है जिन्हें कुछ न कुछ लिखना है। बस गिल को दे दो कप्तानी और चुपचाप चलो।
Aravind Anna
मई 24, 2025 AT 09:18मैंने पर्थ में बुमराह को देखा था... उसने जब गेंदबाजी के बाद गेंद लेकर चलते हुए युवा खिलाड़ियों को बताया कि अगली गेंद कहां डालनी है... वो लम्बा सा चेहरा जो निश्चय से भरा था... वो कप्तानी नहीं तो क्या है? ये जो लोग बल्लेबाज़ ही कप्तान हो सकते हैं वो टेस्ट क्रिकेट की असली बात नहीं जानते।
Rajendra Mahajan
मई 26, 2025 AT 09:09कप्तानी एक भावना है न कि एक पद। बुमराह जब चुपचाप गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो टीम का हर खिलाड़ी उनके पीछे चलता है। ये अनुभव बल्लेबाज़ के पास नहीं होता। गिल या पंत को भी बहुत देर हो गई है। एक बार बुमराह को मौका दो, फिर देखो कैसे टीम बदल जाती है।
ANIL KUMAR THOTA
मई 27, 2025 AT 20:14बुमराह अगर कप्तान हुए तो उनकी फिटनेस का ध्यान रखना होगा। लेकिन अगर वो नहीं हुए तो टीम का नेतृत्व खाली जगह बन जाएगा।
VIJAY KUMAR
मई 28, 2025 AT 00:40बीसीसीआई ने बुमराह को नहीं चुना तो मतलब ये है कि वो किसी बड़े लॉबी के खिलाफ हैं। असली कप्तान तो वो होता है जो बोर्ड के लिए नहीं बल्कि टीम के लिए लड़े। बुमराह वो है। बाकी सब बैठे हैं टीवी पर अपनी लाइन लिख रहे हैं। 😏
Manohar Chakradhar
मई 28, 2025 AT 20:03यार बुमराह के बिना टीम का दिल धड़कता ही नहीं। जब वो नहीं होते तो लगता है जैसे टीम का बैटरी खत्म हो गया हो। अगर वो कप्तान हुए तो हर गेंद पर टीम का दिमाग उनके साथ चलेगा। ये सिर्फ रणनीति नहीं... ये तो जान है।
LOKESH GURUNG
मई 30, 2025 AT 12:58गिल को कप्तानी दे दो वो तो बहुत अच्छा खिलाड़ी है लेकिन बुमराह को तो दुनिया भर में जानते हैं। वो तो इंडिया का असली ब्रांड है। अगर वो कप्तान बने तो ऑस्ट्रेलिया वाले भी डर जाएंगे। 😎
Aila Bandagi
जून 1, 2025 AT 11:37मुझे लगता है बुमराह अगर कप्तान बने तो टीम के लिए बहुत अच्छा होगा। वो बहुत शांत हैं लेकिन जब जरूरत होती है तो बहुत मजबूत हो जाते हैं।
Abhishek gautam
जून 2, 2025 AT 19:41क्या तुम सच में सोचते हो कि एक गेंदबाज़ जो चार महीने तक बाहर रहता है वो टीम का नेतृत्व कर सकता है? ये तो एक भावनात्मक बहाना है। असली नेता वो होता है जो बल्ले से गेम बदले। बुमराह तो बस एक बहुत अच्छा बॉलर हैं। जिन लोगों को ये लगता है कि वो कप्तान हैं, वो टेस्ट क्रिकेट के बारे में जानते ही नहीं।
Imran khan
जून 3, 2025 AT 01:48बुमराह के लिए वर्कलोड का ख्याल तो रखना ही होगा। लेकिन अगर वो कप्तान हुए तो उनकी जिम्मेदारी नियमित रूप से बांटी जा सकती है। शुभमन गिल को उपकप्तान बनाया जा सकता है। ये बहुत स्मार्ट बैलेंस होगा।
Neelam Dadhwal
जून 3, 2025 AT 09:00ये सब बुमराह वाली बातें बस टीवी पर चल रही हैं। असल में बीसीसीआई को गिल को ही चाहिए। बुमराह को तो बस बॉलर के रूप में रखो। वर्कलोड का नाम लेने से पहले देखो कि वो कितने बार बाहर हुए हैं।
Sumit singh
जून 4, 2025 AT 07:46बुमराह कप्तान बनेंगे तो भारत की टीम दुनिया की नंबर वन बन जाएगी। बस उनकी फिटनेस पर ध्यान दो। बाकी सब तो बस बातें हैं।
fathima muskan
जून 5, 2025 AT 08:17क्या तुम्हें लगता है बीसीसीआई को बुमराह की ताकत का अहसास है? नहीं। वो तो अपने दोस्तों के बेटों को कप्तान बनाना चाहते हैं। बुमराह को छोड़ दो... वो तो बस एक टूल है उनके लिए।