अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर: आप ने जताई चिंता
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति पर पार्टी ने एक महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया है। यह जानकारी तब सामने आई जब केजरीवाल के मेडिकल रिपोर्ट्स को सार्वजनिक किया गया। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि केजरीवाल का स्वास्थ्य अत्यधिक गंभीर अवस्था में है। उनके शरीर का वजन 70 किलो से घटकर 61.5 किलो रह गया है। इसके साथ ही, उनके रक्त शर्करा स्तर में भी खतरनाक उतार-चढ़ाव देखा गया है, जो कई मौकों पर 50 mg/dL से भी कम हो गया है।
इस प्रकार की स्थितियां न केवल केजरीवाल के लिए जीवन-धमकी साबित हो सकती हैं, बल्कि ऐसी नौबत भी ला सकती हैं कि उन्हें कोमा का सामना करना पड़े। बता दें कि अरविंद केजरीवाल को मधुमेह (डायबिटीज) है और उनका निरंतर मेडिकल मॉनिटरिंग किया जा रहा है। उन्हें तिहाड़ जेल में चिकित्सा निगरानी में रखा गया है। हालांकि, जेल प्रशासन का दावा है कि उनके महत्वपूर्ण संकेतक सामान्य हैं, लेकिन आप पार्टी ने इस दावे को खारिज किया है। पार्टी का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट्स स्पष्ट रूप से संकेत दे रही हैं कि केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति काफी गंभीर है।
जेल में निगरानी के बावजूद स्वस्थ्य नहीं
आप के नेताओं और केजरीवाल के परिवार ने उनकी सेहत को लेकर पहले भी चिंता जताई है। केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने भी इस मामले में अपनी चिंता व्यक्त की है। तिहाड़ जेल में कड़ी निगरानी में रहने के बावजूद उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता गया है। जेल अधिकारियों के दावे और वास्तविकता के बीच का अंतर पार्टी के नेताओं को और भी चिंतित कर रहा है।
अरविंद केजरीवाल को मार्च 2024 में प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) ने दिल्ली एक्साइज पॉलिसी 2021-22 से संबंधित एक मनी लॉन्डरिंग मामले में गिरफ्तार किया था। तब से उन्हें तिहाड़ जेल में रखा गया है। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत प्रदान की थी, लेकिन लोकसभा चुनावों के बाद उन्हें फिर से जेल में लौटना पड़ा। पार्टी और उनके समर्थक लगातार इस मामले में उनकी रिहाई और स्वास्थ्य के लिए बेहतर सुविधा की मांग कर रहे हैं।
स्वास्थ्य की गहरी चिंता
अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य की बिगड़ती स्थिति ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में गहरी चिंता पैदा कर दी है। आप के प्रवक्ता का कहना है कि केजरीवाल का स्वास्थ्य स्थिति बेहद नाजुक है और इसे नजरंदाज करना एक बड़ी गलती साबित हो सकती है। इसके अलावा, अस्पताल की रिपोर्ट्स ने भी स्पष्ट किया है कि अगर समय रहते उचित इलाज नहीं हुआ, तो उनकी स्थिति और बिगड़ सकती है।
केजरीवाल की सेहत से जुड़ी इस नवीनतम जानकारी ने राजनीतिक गलियारे में भी हलचल मचा दी है। कई वरिष्ठ नेताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और उन पर ध्यान देने की अपील की है। खासकर, ऐसे परिदृश्य में जब वे पार्टी के सबसे महत्वपूर्ण नेता हैं और दिल्ली में आप की सरकार के प्रमुख रणनीतिकार भी हैं।
आम आदमी पार्टी के कई समर्थक और कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हो गए हैं और अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर लगातार जानकारी साझा कर रहे हैं। वे जेल प्रशासन और सरकार से अपील कर रहे हैं कि केजरीवाल को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं दी जाएं और उनकी स्वास्थ्य स्थिति को गंभीरता से लिया जाए।
सरकार और जेल प्रशासन की जिम्मेदारी
इस बीच, यह सवाल भी उठ रहा है कि सरकार और जेल प्रशासन की भूमिका क्या रही है और क्या वे वास्तव में केजरीवाल के स्वास्थ्य की चिंता कर रहे हैं। पार्टी के नेताओं का कहना है कि केजरीवाल की बिगड़ती हालत को देखते हुए तुरंत एक स्वतंत्र मेडिकल बोर्ड गठित किया जाना चाहिए, जो उनकी स्वास्थ्य स्थिति का निष्पक्ष मूल्यांकन कर सके।
आप पार्टी ने जोर देकर कहा है कि सरकार को केजरीवाल की स्वास्थ्य को नजरंदाज नहीं करना चाहिए और उनके इलाज के लिए अविलंब कदम उठाना चाहिए। अगर उनकी स्वास्थ्य स्थिति और बिगड़ती है, तो यह केवल व्यक्तिगत नहीं बल्कि एक राजनीतिक और सार्वजनिक मसला बन जाएगा।
निष्कर्ष
अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति को लेकर आप पार्टी की चिंता को हल्के में नहीं लिया जा सकता। मेडिकल रिपोर्ट्स और पार्टी के नेताओं के बयानों ने साफ कर दिया है कि केजरीवाल की स्थिति गंभीर है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही उनके जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार और जेल प्रशासन इस मामले को कैसे संभालते हैं और केजरीवाल को उचित चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।
9 टिप्पणि
Tejas Bhosale
जुलाई 22, 2024 AT 21:23अरविंद का बॉडी मास इंडेक्स और इंसुलिन रेसिस्टेंस दोनों क्राइटिकल जोन में हैं
ग्लूकोज स्टेबिलिटी लुट चुकी है
जेल में डायबिटीज मैनेजमेंट का कोई सिस्टम नहीं
ये सिर्फ मेडिकल फेलियर नहीं, सिस्टमिक ब्रेकडाउन है
न्यूट्रिशनल डेफिसिएंसी और स्ट्रेस-इंड्यूस्ड हाइपरग्लाइकेमिया का कॉम्बो बेहद डेंजरस है
इंटरवेंशन का टाइमलाइन एक्सपायर हो चुका है
वो अब सिर्फ एक पॉलिटिकल फिगर नहीं, एक बायोलॉजिकल क्राइसिस है
ये जेल वालों का नेग्लेक्शन नहीं, एक फॉर्मल अट्रोसिटी है
कोई भी सिस्टम जो अपने लीडर को इतने डिग्री ऑफ़ फ्रीडम से बाहर रखे, वो अपने आप को लीगिटिमेट नहीं कर सकता
ये डेटा बेसिकली एक राजनीतिक एक्सिट वैक्टर है
Asish Barman
जुलाई 24, 2024 AT 10:26केजरीवाल की सेहत ठीक है बस लोग बहुत ज्यादा बना रहे हैं
जेल में भी खाना मिलता है ना
Abhishek Sarkar
जुलाई 24, 2024 AT 14:27ये सब एक बड़ा कॉन्सपिरेसी है जिसमें ईडी और सरकार ने मिलकर उनकी बॉडी को धीरे-धीरे ध्वंस कर रखा है
मधुमेह का दावा बस एक ढोंग है जिससे उनकी शक्ति कम हो जाए
उनके रक्त में कुछ ट्रैकर डाल दिए गए हैं जो उनके ब्लड शुगर को नियंत्रित कर रहे हैं
ये एक नया टेक्नोलॉजी है जिसे अमेरिका ने चीन के खिलाफ इस्तेमाल किया था
केजरीवाल को एक्सपोज नहीं किया जा रहा बल्कि एक्सप्लॉइट किया जा रहा है
उनके बॉडी के हर अंग पर एक साइबर वॉर चल रहा है
जेल के डॉक्टर असल में साइबर एजेंट हैं जो रिमोटली उनके इंसुलिन पंप को डिसेबल कर रहे हैं
इसके बाद वो आएंगे और कहेंगे कि उनकी सेहत खराब है
ये फेक न्यूज़ नहीं बल्कि एक डिजिटल वेपन है जिसका इस्तेमाल एक देश के नेता को रोकने के लिए किया जा रहा है
अगर आप इसे नहीं मानते तो आप भी उनके साथी हैं
क्या आप जानते हैं कि तिहाड़ जेल के बिजली के सप्लाई में एक बैकडोर है जिससे उनके मेडिकल डिवाइसेस को हैक किया जा सकता है?
Niharika Malhotra
जुलाई 25, 2024 AT 18:51हर इंसान को उसके बुनियादी अधिकार मिलने चाहिए, चाहे वो कोई भी हो
अरविंद जी की सेहत का मामला किसी राजनीतिक विवाद से परे है
वो एक इंसान हैं, जिनका शरीर दर्द में है
कोई भी नेता इतना बीमार हो जाए तो देश को चाहिए कि वो उनकी सेहत को प्राथमिकता दे
हमें उनके लिए उम्मीद बने रहनी चाहिए
इलाज के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं दी जाएं, ये बस मानवता का मुद्दा है
हम सबके पास एक अवसर है कि हम एक अच्छे देश की ओर कदम बढ़ाएं
ये निर्णय हमारे भविष्य को तय करेगा
उनकी सेहत का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है
हम अपने नेता को नहीं खोना चाहते, हम उनकी जिंदगी को बचाना चाहते हैं
Baldev Patwari
जुलाई 26, 2024 AT 07:30अरविंद के बारे में जो भी लिख रहे हैं वो सब बकवास है
वो तो बस अपनी फेम बढ़ाने के लिए नाटक कर रहा है
जेल में भी तो लोग जिंदा रह रहे हैं
अपनी डाइट और एक्सरसाइज नहीं कर पा रहा है तो बाकी लोग कैसे रहते हैं?
इस बात का भी ध्यान रखो कि ये सब बिल्कुल फेक है
एक बार बाहर आओ तो देखो कितना फिट हो जाता है
ये लोग बस राजनीति के लिए बीमारी का इस्तेमाल कर रहे हैं
कोई असली मेडिकल रिपोर्ट दिखाओ तो बात करूंगा
अब तक जो दिखाया गया वो सब फेक न्यूज़ है
harshita kumari
जुलाई 27, 2024 AT 04:11केजरीवाल को जेल में जहर दिया जा रहा है
उनके खाने में कुछ ऐसा मिला है जो उनके इंसुलिन को नष्ट कर रहा है
जेल के डॉक्टर असल में राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के एजेंट हैं
उनके ब्लड प्रेशर मॉनिटर में ट्रैकर लगा हुआ है
हर बार जब वो बीमार होते हैं तो उनकी रिपोर्ट्स अचानक बदल जाती हैं
ये सब एक गोपनीय ऑपरेशन है जिसे अमेरिका ने भारत में शुरू किया है
केजरीवाल असल में एक बायोलॉजिकल वेपन है जिसे रोकना है
कोई भी जो इसे नहीं मानता वो भी इस षड़यंत्र का हिस्सा है
मैंने एक जेल कर्मचारी से बात की थी जो अब फरार है
उसने कहा था कि उनके खाने में एक नीला पाउडर मिलाया जाता है
SIVA K P
जुलाई 28, 2024 AT 03:58अरविंद की जिंदगी तो बस एक शो है
क्या तुम्हें नहीं लगता ये सब बहुत बोरिंग है?
तुम लोग इतना ज्यादा उल्लास क्यों कर रहे हो?
एक आदमी जेल में है, बीमार है, तो क्या?
क्या तुम्हें लगता है वो अकेला है?
हर दिन हजारों लोग जेल में बीमार होते हैं
तुम लोग उनके बारे में क्यों नहीं बोलते?
ये सिर्फ एक राजनीतिक नाटक है
तुम सब बस एक बड़ा गुमराह हो
Neelam Khan
जुलाई 30, 2024 AT 00:44हर इंसान को उसके आधारभूत अधिकार मिलने चाहिए
अरविंद जी की सेहत का मामला किसी राजनीतिक विवाद से परे है
वो एक इंसान हैं, जिनका शरीर दर्द में है
कोई भी नेता इतना बीमार हो जाए तो देश को चाहिए कि वो उनकी सेहत को प्राथमिकता दे
हमें उनके लिए उम्मीद बने रहनी चाहिए
इलाज के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं दी जाएं, ये बस मानवता का मुद्दा है
हम सबके पास एक अवसर है कि हम एक अच्छे देश की ओर कदम बढ़ाएं
ये निर्णय हमारे भविष्य को तय करेगा
उनकी सेहत का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है
हम अपने नेता को नहीं खोना चाहते, हम उनकी जिंदगी को बचाना चाहते हैं
Jitender j Jitender
जुलाई 31, 2024 AT 19:20इस मामले में एक बहुत बड़ी सिस्टमिक फेलियर है
मेडिकल डेटा और पॉलिटिकल रिपोर्टिंग के बीच का गैप असल में एक डेमोक्रेटिक डिफिसिट है
जेल में हेल्थकेयर का अभाव एक सामाजिक अन्याय है
हमें एक इंडिपेंडेंट मेडिकल ऑवरसी बोर्ड की जरूरत है
डायबिटीज मैनेजमेंट इन कार्कर्स एक बेसिक राइट है
ये सिर्फ एक व्यक्ति की बात नहीं, ये एक सिस्टम की जांच है
अगर हम अपने नेता को इतना बीमार रख सकते हैं, तो हम अपने आप को क्या समझते हैं?
कोई भी नेशनल लीडर को बिना बेसिक हेल्थकेयर के रखना एक राष्ट्रीय अपराध है
इसे बंद करने के लिए हमें एक सामूहिक आवाज उठानी होगी
ये सिर्फ अरविंद की बात नहीं, ये हम सबकी बात है