विजयवाड़ा में रिकॉर्ड वर्षा और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त, लोग बेहाल

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2

सित॰

2024

विजयवाड़ा में रिकॉर्ड वर्षा और बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त

विजयवाड़ा शहर को भारी बारिश के कारण गंभीर बाढ़ और असंख्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसने शहर की सामान्य धारा को बाधित कर दिया है, जिससे नागरिकों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भारी बाढ़ के कारण कई कॉलोनियों में पानी भर गया है, जिससे वहाँ के निवासियों को अत्यधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि विजयवाड़ा में पिछले 30 वर्षों में ऐसी भारी वर्षा नहीं हुई थी, और इस बार की बारिश ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं।

भारी बारिश के कारण शहर के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन भी हुआ है, जिससे कई इलाके प्रभावित हुए हैं। विशेषकर मोगलराजपुरम क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बड़े-बड़े पत्थर घरों पर गिर जाने से चार लोगों की जान चली गई। इस दुखद घटना के बाद, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भूस्खलन पीड़ितों के परिवारों को ₹5 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है और अधिकारियों को भूस्खलन प्रवण क्षेत्रों से लोगों को हटाने के निर्देश दिए हैं।

नगर निगम की सक्रियता

नगर निगम ने 24 घंटों में 18 सेमी बारिश रिकॉर्ड की है और सड़कों से पानी निकालने के लिए निरंतर काम कर रहा है। जल जमाव वाले सड़कों को नहरों में सीधे पानी प्रवाहित करने की कोशिश की जा रही है ताकि यातायात सामान्य हो सके। नगर निगम ने प्रभावित लोगों के लिए कई सामुदायिक हॉल खोले हैं, जहाँ उन्हें खाना और पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।

भारी बारिश और जल जमाव के कारण मछलीपट्टनम, गुडिवाडा, कैकल्लुर, नरसापुरम, अमरावती, मंगलगिरी, और भीमावरम जैसे इलाकों में भी भारी बारिश दर्ज की गई है, जिनमें बारिश का औसत 1 से 9 सेमी के बीच रहा है। बाढ़ और बारिश के कारण गंटूर शहर की कई सड़कों और विजयवाड़ा और गंटूर के बीच काजा टोल प्लाजा में भी यातायात बाधित हुआ है।

मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग ने अगले दो से तीन दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी है और लोगों को चेतावनी दी है कि वह नहरों और धाराओं से सावधान रहें। केंद्रीय जल आयोग ने भी अगले दो दिनों में गोदावरी और कृष्णा नदियों और उनकी सहायक नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना जताई है।

मुख्यमंत्री की आपात बैठक

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने स्थिति की समीक्षा के लिए अधिकारियों के साथ एक टेलीकॉन्फ्रेंस की और सरकारी तंत्र को सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई और राजस्व विभागों के बीच समन्वय पर जोर दिया और तालाबों और नहरों के जलस्तर की निगरानी करने का निर्देश दिया।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

विजयवाड़ा में हुई इस भारी वर्षा ने पूरे शहर को अव्यवस्था और संकट में डाल दिया है। नगरपालिका और राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बावजूद, इस कठिन समय में जनता को अपनी सुरक्षा और सावधानी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

लेखक के बारे में

स्नेहा वर्मा

स्नेहा वर्मा

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूँ और मुझे भारत से संबंधित दैनिक समाचारों पर लिखना बहुत पसंद है। मुझे अपनी लेखन शैली के माध्यम से लोगों तक जरूरी सूचनाएं और खबरें पहुँचाना अच्छा लगता है।

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