अगर आप सिविल सेवा का सपना देख रहे हैं तो UPSC ही आपका पहला कदम है. लेकिन बहुत सारे उम्मीदवारों को नहीं पता कि कहाँ से शुरू करें, किस चीज़ पर ज्यादा ध्यान दें और अपडेट्स कैसे फॉलो करें। इस लेख में हम आसान शब्दों में UPSC के प्रमुख हिस्से, तैयारी की रणनीति और हालिया समाचार समझाएंगे ताकि आप बिना उलझन के आगे बढ़ सकें.
UPSC तीन चरणों में चलता है: प्रीलिम्स, मेन्स (Mains) और इंटरव्यू. प्रीलिम्स दो पेपर होते हैं – GS (General Studies) और CSAT (Civil Services Aptitude Test). दोनों ही वस्तु‑आधारित MCQ हैं, लेकिन CSAT के लिए अंक नहीं मिलते अगर आप पास नहीं होते.
मेन्स में सात पेपर होते हैं: दो ऑप्शनल विषय, चार जनरल स्टडीज़ (इंडियन ऐतिहासिक, सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मुद्दे) और एक एग्ज़ीक्यूटिव लीडरशिप टेस्ट. यहाँ लिखित उत्तर देना होता है, इसलिए लेखन कौशल बहुत मायने रखता है.
सिलेबस को छोटे‑छोटे टॉपिक में बाँटें – जैसे इतिहास के लिए महात्मा गांधी, भारतीय संविधान, अर्थव्यवस्था में मौद्रिक नीति आदि. एक बार टॉपिक लिस्ट बन जाए तो हर दिन 2‑3 टॉपिक कवर करें, जिससे बर्नआउट कम रहे.
सबसे पहले रोज़ाना एक टाइमटेबल बनाएं. प्रीलिम्स की तैयारी में 2‑3 घंटे पढ़ाई, 1 घंटा रीविजन, बाकी समय नोट बनाने और क्विक रिव्यू पर खर्च करें. मेन्स के लिए हर दिन कम से कम 4 घंटे लिखित अभ्यास रखें – एसेस, लो-लॉन्ग उत्तर और फ़्रेमवर्क तैयार करना.
नोट्स बनाते समय बुलेट पॉइंट का इस्तेमाल करें. छोटे‑छोटे वाक्य में मुख्य तथ्य लिखें, फिर अंतिम रिव्यू में उन्हें जोड़कर एक पैराग्राफ बना लें. यह तरीका दोहराने से परीक्षा के दिन तेज़ी से उत्तर तैयार हो जाता है.
मॉक टेस्ट को हफ्ता‑हफ्ता शेड्यूल में रखें. प्रीलिम्स मॉक से टाइमिंग सुधरती है, मेन्स मॉक से लिखित शैली निखरती है. हर मॉक के बाद खुद की गलती देखें और सुधारें – यही सबसे असरदार सीख है.
अपडेट्स का ध्यान रखें. UPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर हर साल नई सूचना आती है: आवेदन फ़ॉर्म, सेंट्रल रिज़र्व, पेपर पैटर्न में बदलाव आदि. देशीआर्ट समाचार जैसे भरोसेमंद स्रोत से रोज़ाना एक छोटी सी झलक पढ़ें ताकि आप कभी भी खबरों के पीछे न रहें.
अंत में याद रखें कि UPSC सिर्फ ज्ञान नहीं, बल्कि रणनीति है. सही प्लान बनाकर, निरंतर अभ्यास करके और अपडेट्स को फॉलो करके आप इस कठिन परीक्षा का सामना कर सकते हैं. अभी से शुरू करें, छोटे‑छोटे लक्ष्य तय करें और खुद को समय पर जांचते रहें – सफलता आपके कदम चूमेगी.
प्रीति सूदन को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की नई अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जिन्होंने मनोज सोनी की जगह ली है। प्रीति सूदन आंध्र प्रदेश कैडर की 1983 बैच की IAS अधिकारी हैं और उनके पास सार्वजनिक प्रशासन का व्यापक अनुभव है। वे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय एवं खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग में सचिव रह चुकी हैं। COVID-19 महामारी के दौरान उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है।
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