बजट 2024: जीवन बीमा पॉलिसी पर टीडीएस घटकर 2% हुआ, पॉलिसीधारकों को मिलेगा अधिक लाभ

शेयर करना

बजट 2024: जीवन बीमा पॉलिसी पर टीडीएस दरों में कटौती

वित्त मंत्री ने बजट 2024 में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसके तहत जीवन बीमा पॉलिसी पर टैक्स डिडेक्टेड एट सोर्स (TDS) दरों में 5% से 2% की कटौती की गई है। यह निर्णय उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है जो अपनी जीवन बीमा पॉलिसियों पर प्राप्तियों का इंतजार कर रहे थे। इस परिवर्तन का असर सीधा-सीधा पॉलिसीधारकों की जेब पर पड़ेगा, जिससे उन्हें अधिक संगीत मिलने का अवसर मिलेगा।

पॉलिसीधारकों को कैसे मिलेगा लाभ?

इस नई टीडीएस दर में कटौती के कारण पॉलिसीधारकों को उनके पॉलिसी के मैच्योरिटी पर अधिक राशि प्राप्त होगी। पहले जहां उन्हें 5% टीडीएस का भुगतान करना पड़ता था, अब यह घटकर 2% हो गया है। इसका मतलब यह है कि पॉलिसीधारकों को उनकी पॉलिसी के मैच्योरिटी पर अधिक पैसे मिलेंगे, जो उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाएंगे।

गौरतलब है कि यह संशोधन 1 अक्टूबर 2024 से लागू होगा। यानि, अगले वर्ष अक्टूबर से पॉलिसीधारकों को इस सुधार का लाभ मिलना शुरू होगा। यह बदलाव सरकार की उस नीति का हिस्सा है, जिसमें करदाताओं की आय वृद्धि पर ध्यान दिया गया है।

अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं

बजट 2024 में केवल टीडीएस कटौती ही नहीं, बल्कि कई और महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की गई हैं:

  • नए आयकर स्लैब की घोषणा
  • सैलरी और पेंशनर्स के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शंस में वृद्धि
  • कैपिटल गेंस टैक्सेशन में बदलाव

इन सभी घोषणाओं का उद्देश्य भारत के करदाताओं को आर्थिक राहत पहुंचाना और कर ढांचे को सरल और सुगम बनाना है।

वित्तीय जानकारी: पारिमल हेडा का बयान

गौरतलब है कि Go Digit General Insurance के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर पारिमल हेडा ने इस टीडीएस कटौती पर अपने विचार व्यक्त किए। उनके अनुसार, “यह कदम पॉलिसीधारकों के लिए उच्च प्राप्तियों को सुनिश्चित करेगा।” ऐसे सुधार से जीवन बीमा योजना में निवेश करने वाले लोगों को स्पष्ट रूप से लाभ होगा और उनकी प्राप्तियों में भी वृद्धि होगी।

आम लोगों के लिए राहत भरा कदम

आम जनता के लिए यह कदम राहत भरा साबित होगा। इससे करदाताओं की हाथ में आने वाली आय में वृद्धि होगी और वे अपनी वित्तीय योजनाओं को बेहतर तरीके से क्रियान्वित कर सकेंगे। सरकार की इस पहल का मुख्य उद्देश्य है कि आम लोग अधिक आय के साथ अपने जीवन स्तर को ऊंचा उठा सकें।

यह उल्लेखनीय है कि सामन्यत: जीवन बीमा पॉलिसी का मैच्योरिटी पर मिलने वाला पैसा कर योग्य होता है, लेकिन टीडीएस दर में कटौती से करदाताओं को एक उम्मीद की किरण नजर आ रही है। ऐसे में, यह देखा जाना बाकी है कि अन्य वित्तीय घोषणाओं का बाजार और करदाताओं पर क्या प्रभाव पड़ता है।

समय की मांग

राहत की गंगा बहाने वाले इस निर्णय के पीछे सरकार का प्रमुख उद्देश्य यही है कि लोग स्वतंत्र रूप से अपनी आय का उपभोग कर सकें। ऐसे में, यह निर्णय आने वाले समय में कितना कारगर सिद्ध होगा, यह देखने वाली बात होगी।

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह बजट केवल करदाताओं के लिए ही नहीं, बल्कि समग्र रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक स्वास्थ्यवर्धक कदम है।

इस प्रकार, बजट 2024 में किए गए सुधार और नवोन्मेषण निश्चय ही भारत के आर्थिक परिदृश्य को एक नई दिशा देंगे और करदाताओं को राहत पहुंचाएंगे।

लेखक के बारे में

स्नेहा वर्मा

स्नेहा वर्मा

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूँ और मुझे भारत से संबंधित दैनिक समाचारों पर लिखना बहुत पसंद है। मुझे अपनी लेखन शैली के माध्यम से लोगों तक जरूरी सूचनाएं और खबरें पहुँचाना अच्छा लगता है।