अगर आप भारत में सौर ऊर्जा के बारे में बात करते हैं तो Waaree का नाम अक्सर सुनते हैं। यह कंपनी कई सालों से पैनल, मॉड्यूल और सॉलार प्रोजेक्ट्स का प्रमुख सप्लायर है। साधारण भाषा में कहें तो, Waaree उन लोगों की मदद करता है जो सूरज की रोशनी को बिजली में बदलना चाहते हैं – चाहे वो घर हो या बड़ा औद्योगिक प्लांट।
Waaree ने शुरुआती दौर में छोटे‑छोटे पैनल बनाकर बाजार में पैर जमाया, पर अब इसका पोर्टफोलियो बहुत विस्तृत है – बड़े पैमाने के सौर फार्म से लेकर रूफ़टॉप इंस्टालेशन तक। इस वजह से कंपनी को सरकार की नवीकरणीय ऊर्जा योजनाओं में अक्सर शामिल किया जाता है और कई बार प्रमुख अनुबंध मिलते हैं।
भारत ने 2030 तक 450 GW सौर क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। इस बड़े लक्ष्य को पूरा करने में Waaree जैसी कंपनियों की भूमिका अहम है। कंपनी ने हाल ही में अपने उत्पादन क्षमता को दो‑तीन गुना बढ़ाया, जिससे हर साल लगभग 3 मिलियन पैनल बनाकर बाजार में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यह संख्या साधारण दर्शकों के लिए बड़ी लग सकती है, पर असली मायने इस बात में है कि इससे बिजली की लागत घटेगी और पर्यावरण भी साफ़ रहेगा।
सरकारी सॉलर नीति (जैसे राजस्व सबसिडी और नेट‑मेटरिंग) का लाभ उठाते हुए Waaree ने छोटे किसानों, शॉपिंग मॉल्स, स्कूलों आदि को किफायती समाधान दिया है। कई बार ग्राहकों को शुरुआती निवेश कम करने के लिए फाइनेंसिंग विकल्प भी मिलते हैं, जिससे सौर परियोजना शुरू करना आसान हो जाता है।
पिछले महीने Waaree ने मध्य भारत में 200 MW का एक बड़ा सोलर फ़ार्म लॉन्च किया। इस प्रोजेक्ट से करीब 350,000 घरों को साफ़ बिजली मिलेगी और स्थानीय रोजगार भी बढ़ेगा। साथ ही कंपनी ने कहा है कि अगले दो साल में अतिरिक्त 1 GW क्षमता जोड़ने की योजना है – मुख्य रूप से राजस्थान और गुजरात के रेगिस्तानी क्षेत्रों में।
एक और दिलचस्प बात यह है कि Waaree अब सोलर स्टोरेज (बैटरी) तकनीक में भी कदम रख रहा है। बैटरियों का उपयोग करके रात या बादल वाले दिनों में भी बिजली सप्लाई बनी रहती है, जिससे ग्रिड की स्थिरता बढ़ती है। इस दिशा में निवेश करने से ग्राहक को एक ही समाधान मिलता है – उत्पादन और संग्रहण दोनों।
यदि आप Waaree के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं तो कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रोजेक्ट डिटेल्स, केस स्टडीज़ और फ़ाइनेंसिंग विकल्प मिलेंगे। छोटे स्तर पर भी अगर आप रूफ़टॉप सौर पैनल लगाना चाहते हैं, तो Waaree के कस्टमर सपोर्ट से संपर्क कर सकते हैं – वे आपकी जगह, बजट और जरूरत के अनुसार सही प्लान सुझाएंगे।
संक्षेप में कहें तो Waaree Energies नवीकरणीय ऊर्जा का भरोसेमंद पार्टनर है जो उत्पादन, इंस्टालेशन और स्टोरेज तीनों पहलुओं को कवर करता है। भारत की सौर यात्रा में इसका योगदान लगातार बढ़ रहा है और भविष्य के बड़े प्रोजेक्ट्स इसके लिए नए अवसर लाएंगे।
Waaree Energies का आईपीओ आवंटन आज फाइनल किया जाएगा। इस आईपीओ को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और इसे ओवरसब्सक्राइब किया गया है। आईपीओ का अप्पर प्राइस बैंड 1503 रुपये था। ग्रे मार्केट में यह शेयर प्रीमियम पर ट्रेड हो रहा है, जिससे उन्नति की उम्मीदें हैं। आवंटन स्थिति की जांच BSE, NSE या लिंक इनटाइम इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर की जा सकती है।
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