Waaree Energies आईपीओ आवंटन की जानकारी: आईपीओ की स्थिति, जीएमपी और संभावित लाभ

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24

अक्तू॰

2024

Waaree Energies IPO: प्रस्ताव के बारे में विस्तृत जानकारी

Waaree Energies, जो भारत की अग्रणी सौर ऊर्जा कंपनियों में से एक है, ने पिछले हफ्ते अपना प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) पेश किया था। इस आईपीओ ने निवेशकों के बीच काफी उत्साह पैदा किया है और उम्मीद है कि आज इसके शेयरों का आवंटन फाइनल किया जाएगा। यह निवेशकों के लिए एक प्रमुख दिन है क्योंकि लंबे इंतजार के बाद उन्हें यह पता चलेगा कि उन्हें शेयर आवंटित हुए हैं या नहीं।

यह आईपीओ 1427-1503 रुपये के प्राइस बैंड पर खुला था और इसकी एक लॉट में 9 शेयर थे। निवेशकों से मिले जबरदस्त समर्थन के चलते इसे 76.34 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला, जो अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। प्रमुख निवेशकों में क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने इसमें सबसे अधिक 208.63 गुना सब्सक्रिप्शन किया, जबकि नॉन-इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) ने 62.49 गुना सब्सक्राइब किया। रिटेल निवेशकों ने भी 10.79 गुना सब्सक्रिप्शन के साथ सहभागी भूमिका निभाई।

ग्रे मार्केट में ट्रेंड और अनुमानों की चर्चा

ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के हिसाब से Waaree Energies शेयर शेयर बाजार में धूम मचा रहे हैं। वर्तमान में इनके अनलिस्टेड शेयर लगभग 1560 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं, जो इस आईपीओ के ऊपरी प्राइस बैंड से 103.79 प्रतिशत अधिक है। यह प्रीमियम संकेत करता है कि सार्वजनिक लिस्टिंग होने के बाद इन शेयरों से निवेशकों को अच्छा लाभ हो सकता है। यदि वर्तमान जीएमपी बनी रहती है, तो Waaree Energies के शेयर 3063 रुपये पर लिस्ट हो सकते हैं।

आवंटन स्थिति की जांच और अनलिस्टिंग

इच्छुक निवेशक अपनी आवंटन स्थिति को बीएसई, एनएसई की वेबसाइट पर या लिंक इनटाइम इंडिया द्वारा ऑफर की गई सेवा पर जा कर जान सकते हैं। इसके लिए वे निम्नलिखित लिंक पर जा सकते हैं:

Waaree Energies के शेयर 28 अक्टूबर 2024 को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होने की संभावनाएं हैं। यह दिन निवेशकों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि यह दिन तय करता है कि उन्हें उनके निवेश पर कितना लाभ मिलेगा। यदि जीएमपी बरकरार रहती है तो IPO के निवेशकों के पैसे लगभग दोगुने हो सकते हैं।

कंपनी की प्रोफाइल और उनके कारोबार के क्षेत्र

Waaree Energies भारत की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा उत्पादक कंपनियों में शामिल है, जिसकी पीवी मॉड्यूल निर्माण क्षमता 12 गीगावॉट है। कंपनी गुजरात और उत्तर प्रदेश में पांच प्रमुख उत्पादन केंद्रों का संचालन करती है। यह सोलर समाधान के लिए मैन्युफैक्चरिंग और EPC सेवाएं भी देती है, जिससे वह एक संपन्न उद्योग में मजबूत स्थिति बनाए हुए है।

इस आईपीओ ने देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों के बीच Waaree Energies की विश्वसनीयता और क्षमता को दर्शाया है। ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से हो रहे परिवर्तन और सौर ऊर्जा की बढ़ती मांग इस कंपनी के भविष्य के लिए संभावनाओं से भरपूर हैं। व्यापार के इस प्रतिस्पर्धी दौर में, Waaree Energies का उदय निस्संदेह देखने योग्य होगा।

लेखक के बारे में

स्नेहा वर्मा

स्नेहा वर्मा

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूँ और मुझे भारत से संबंधित दैनिक समाचारों पर लिखना बहुत पसंद है। मुझे अपनी लेखन शैली के माध्यम से लोगों तक जरूरी सूचनाएं और खबरें पहुँचाना अच्छा लगता है।

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