विजयादशमी भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन रावण पर भगवान राम की जीत को याद किया जाता है, इसलिए इसे बुराई पर अच्छाई की जीत माना जाता है। घर‑घर में रंगोली, दीप और मिठाइयाँ लगती हैं, और लोग अपने प्रियजनों के साथ समय बिताते हैं।
दसवें दिन को दशहरा भी कहा जाता है क्योंकि यह भगवान विष्णु के दसवीं अवतार – राम की कथा को दर्शाता है। पुराणों में लिखा है कि रावण ने सीता को अपहरण किया, लेकिन राम ने अपनी शक्ति और धैर्य से उसे परास्त किया। इस जीत को याद करने के लिए लोग बुराई का प्रतीक रावण के पुतले जला देते हैं।
आजकल सिर्फ पूजा ही नहीं, बल्कि कई शहरों में बड़े‑बड़े मेले लगते हैं। सड़कों पर रावण पुतले बनाते हैं और शाम को उन्हें जलाकर उत्सव पूरा किया जाता है। स्कूल‑कॉलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं जहाँ नृत्य, गीत और कविताएँ सुनाई जाती हैं। छोटे‑बच्चे भी इस दिन नई चीजें सीखते हैं – जैसे शत्रु पर जीत की कहानी।
भोजन की बात करें तो खास तौर पर मिठाइयाँ बनती हैं। मालपुआ, जलेबी, चिवड़ा और हलवा का ज़िक्र नहीं करना अधूरा रहेगा। कई लोग इस दिन दान‑धर्म भी करते हैं; गरीबों को भोजन या कपड़े बांटे जाते हैं जिससे सामाजिक जुड़ाव बढ़ता है।
अगर आप अपनी पूजा में कुछ नया जोड़ना चाहते हैं तो घर के सामने एक छोटा रावण पुतला बनाकर उसे जलाएँ। इससे न केवल पारिवारिक माहौल खुश रहेगा, बल्कि बच्चों को भी मेहनत और जीत की सीख मिलेगी। ध्यान रहे कि सुरक्षा का पूरा ख़याल रखें, खासकर अगर पुतले में तेज़ी से जलाने वाले पदार्थ हों।
विजयादशमी पर कई शहरों में राजमार्गों पर रेशमी ध्वज लहराते हैं और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। आप अपने नज़दीकी शहरी केंद्र या सामुदायिक हॉल की घोषणा बोर्ड पर ताज़ा कार्यक्रम देख सकते हैं। इन आयोजनों में भाग लेकर आपको नई दोस्ती बनाने का मौका भी मिल सकता है।
हमारी वेबसाइट ‘देशीआर्ट समाचार’ में विजयादशमी से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, फोटो गैलरी और स्थानीय कार्यक्रमों की पूरी लिस्ट उपलब्ध है। आप यहाँ पढ़ सकते हैं कि आपके शहर में कौन‑कौनसे मेले लग रहे हैं, किस मंदिर में विशेष पूजा होगी और कौन‑सी नई मिठाई ट्रेंड में है।
अगर आपको कोई सवाल है जैसे ‘विजयादशमी पर कौन‑सी पुस्तकें पढ़ी जा सकती हैं’ या ‘बच्चों के लिए आसान रावण पुतला कैसे बनाएं’, तो आप कमेंट सेक्शन में लिख सकते हैं। हम जल्दी से जवाब देंगे और आपकी मदद करेंगे।
अंत में, विजयादशमी सिर्फ एक त्योहारी दिन नहीं, बल्कि यह हमें सिखाता है कि कठिनाइयों के सामने हार नहीं माननी चाहिए। इसलिए इस खास मौके पर अपने लक्ष्यों को दोबारा देखें, सकारात्मक सोच रखें और खुशियों से भरा समय बिताएँ।
दशहरा का पर्व, सत्य की असत्य पर विजय का प्रतीक है, जिसे भारत भर में धूमधाम से मनाया जाता है। यह भगवान राम द्वारा रावण पर विजय के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। लोग इस अवसर पर अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं और संदेश भेजते हैं। इस लेख में शीर्ष संदेश, उद्धरण और छवियों का संग्रह प्रस्तुत किया गया है जिन्हें आप व्हाट्सएप और फेसबुक पर साझा कर सकते हैं।
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