27
मई
2024
महाराष्ट्र एसएससी परिणाम 2024 घोषित, उत्कृष्ट परिणाम
महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एंड हायर सेकेंडरी एजुकेशन ने महाराष्ट्र एसएससी परीक्षा 2024 के परिणाम घोषित कर दिए हैं। इस वर्ष के परिणामों में 95.81% छात्रों ने सफलता पाई है, जो इस परीक्षा के उच्चतम परिणामों में से एक है। इस वर्ष कुल 15 लाख छात्रों ने महाराष्ट्र एसएससी 2024 परीक्षा में भाग लिया, जो 1 मार्च से 26 मार्च 2024 तक दो शिफ्टों में आयोजित की गई थी। परीक्षा की पहली शिफ्ट सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक हुई और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक चली। परीक्षा में सम्मिलित छात्रों ने कई महीनों तक कठिन परिश्रम किया और अब उनका मेहनत रंग लाई है।
सभी क्षेत्रों में घोषित परिणाम
महाराष्ट्र एसएससी परिणाम 2024 सभी क्षेत्रों के लिए घोषित किए गए हैं, जिनमें पुणे, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर, मुंबई, कोल्हापुर, अमरावती, नाशिक, लातूर, और कोंकण शामिल हैं। यह आठ मुख्य क्षेत्रों में विद्यार्थियों की मेहनत का साक्षात्कार है। पिछले वर्ष, यानी 2023 में एसएससी परिणाम 2 जून को घोषित किया गया था जिसमें 93.83% छात्र पास हुए थे। इस वर्ष परिणाम में सुधार देखा गया है, जो छात्रों के कठिन परिश्रम और शिक्षक के मार्गदर्शन का प्रमाण है।
लड़कियों ने लड़कों से बढ़त बनाई
इस वर्ष के परिणामों में लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। जहां लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 97.21% है, वहीं लड़कों का प्रतिशत 94.56% है। यह परिणाम दर्शाता है कि लड़कियां हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं और कुछ क्षेत्रों में उनसे आगे भी निकल रही हैं। इसके साथ ही, 187 छात्रों ने 100% अंक प्राप्त कर सभी को चौंका दिया है। यह अद्वितीय उपलब्धि उनके कठिन परिश्रम और तैयारी का परिणाम है।
परिणाम देखने के विकल्प
विद्यार्थी अपने परिणाम को विभिन्न वेबसाइट्स पर देख सकते हैं जैसे कि mahresult.nic.in, mahahsscboard.in, एवं digilocker.gov.in। यह सरकारी वेबसाइटें पूरी तरह से आसान और सुरक्षित हैं जहां छात्र अपनी जानकारी दर्ज कर परिणाम देख सकते हैं। बोर्ड ने यह भी घोषणा की है कि जो छात्र एक या दो विषयों में अनुत्तीर्ण हो गए हैं, उनके लिए कंपार्टमेंटल परीक्षा और रीचेकिंग की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे वे उसी वर्ष पास हो सकते हैं।
मूल मार्कशीट और पुन:परीक्षा
महाराष्ट्र बोर्ड ने यह भी बताया कि छात्रों को उनकी मूल मार्कशीट उनके संबंधित स्कूलों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी, जिसका उपयोग वे भविष्य में किसी भी प्रक्रिया के लिए कर सकते हैं। हालांकि, महाराष्ट्र बोर्ड में री-एग्जाम का प्रावधान नहीं है जैसे कि मध्य प्रदेश में होता है, जहां अनुत्तीर्ण छात्र उसी वर्ष पुन: परीक्षा दे सकते हैं। महाराष्ट्र के छात्रों को अनुत्तीर्ण होने पर अगले वर्ष तक इंतजार करना होगा। यह अनिवार्यता छात्रों को और अधिक ध्यान देकर पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करती है।
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