शिक्षा नीति: बदलते समय के साथ भारत की नई दिशा

हर साल सरकार कुछ नया लाती है ताकि हमारे स्कूल‑कॉलेज बेहतर हो सकें। आप भी शायद सुना होगा कि इस साल शिक्षा में कई बदलाव आ रहे हैं – चाहे वह परीक्षा प्रक्रिया हो या कक्षा में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल. आइए, इन प्रमुख पहल को आसान शब्दों में देखें.

NEET 2025 पंजीकरण और नई दिशा

NEET UG 2025 की पंजीकरण अवधि 7 फरवरी से 7 मार्च तक है। इस बार सवालों का पैटर्न वही रहा, पर टाइम‑टेबल में थोड़ी बदलाव हुआ – अब परीक्षा 4 मई को होगी और कुल 180 प्रश्न 180 मिनट में हल करने हैं. ऑनलाइन आवेदन करना आसान है; बस आधिकारिक पोर्टल पर फॉर्म भरें, दस्तावेज़ अपलोड करें और फीस जमा कर दें.

मुख्य बात यह है कि उम्मीदवारों से अब रटन‑के बजाय अवधारणात्मक समझ की माँग की जा रही है. इसलिए तैयारियों में सिर्फ नोट्स नहीं, बल्कि प्रैक्टिकल केस स्टडीज को भी शामिल करें. इससे न केवल अंक बढ़ेंगे, बल्कि मेडिकल एडमिशन के बाद क्लिनिकली बेहतर काम कर पाएँगे.

डिजिटल शिक्षा और स्कूल सुधार

डिजिटल कक्षा अब सिर्फ बड़े शहरी क्षेत्रों में नहीं, बल्कि ग्रामीण स्कूलों तक पहुँच रही है. सरकार ने हर स्कूल को बेसिक इंटरनेट कनेक्शन और टैबलेट देने की योजना शुरू की है. इसका मतलब है कि बच्चों को ऑनलाइन लाइब्रेरी, इंटरएक्टिव वीडियो और रियल‑टाइम क्विज़ मिलेंगे.

साथ ही, राष्ट्रीय पाठ्यक्रम में विज्ञान‑प्रौद्योगिकी के मॉड्यूल जोड़े गए हैं। अब कक्षा 6‑8 तक बच्चे सरल प्रयोगों को वर्चुअल लैब में देख पाएँगे. यह तरीका जटिल सिद्धांतों को आसान बनाता है और सीखने की गति तेज़ करता है.

स्कूल सुधार के हिस्से के तौर पर, शिक्षक प्रशिक्षण पर भी ध्यान दिया गया है. हर साल 50,000 शिक्षकों को नई पेडागॉजिकल टैक्टिक्स सिखाने के लिए ऑनलाइन वर्कशॉप्स आयोजित होंगी। इससे कक्षा में एक्टिव लर्निंग और छात्र‑केन्द्रित अध्यापन बढ़ेगा.

इन सभी कदमों का लक्ष्य है कि शिक्षा सिर्फ किताबें पढ़ने तक सीमित न रहे, बल्कि कौशल विकास, समस्या‑समाधान और डिजिटल साक्षरता को भी बढ़ावा मिले. अगर आप माता-पिता या विद्यार्थी हैं तो इन नई सुविधाओं का फायदा उठाएँ – चाहे वह ऑनलाइन क्लासेस हों या नए परीक्षा पैटर्न की तैयारी.

संक्षेप में, शिक्षा नीति के ये बदलाव हमारे भविष्य को अधिक मजबूत बनाने के लिए तैयार किए गए हैं. सही जानकारी और समय पर कार्रवाई करके आप इस बदलाव का हिस्सा बन सकते हैं और बेहतर सीखने‑सिखाने के माहौल का लाभ उठा सकते हैं.

19

नव॰

2024

जेईई एडवांस 2025 के लिए पात्रता मानदंड में बदलाव: जुड़वां प्रयास सीमा बहाल

जेईई एडवांस 2025 के लिए पात्रता मानदंड में बदलाव: जुड़वां प्रयास सीमा बहाल

संयुक्त प्रवेश बोर्ड (JAB) ने जेईई एडवांस 2025 के लिए पात्रता मानदंड में बदलाव किया है, जहां दो लगातार वर्षों में दो प्रयासों की सीमा को पुनर्स्थापित किया गया है। यह निर्णय नवंबर 2024 में हुई बैठक के बाद लिया गया है। नए मानदंड के तहत 2023 में 12वीं पास करने वाले छात्र अब 2025 के लिए पात्र नहीं होंगे। परीक्षा संबंधित अधिक जानकारी जेईई एडवांस की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।