When working with क्लाउड कंप्यूटिंग, इंटरनेट के ज़रिए सर्वर, स्टोरेज और सॉफ़्टवेयर को किराए पर लेकर उपयोग करने की तकनीक है. Also known as क्लाउड सेवाएँ, it व्यवसायों को तेज़ी से स्केलेबल संसाधन पाने में मदद करती है. यह मॉडल कई छोटे‑बड़े अनुप्रयोगों को आसान बनाता है, इसलिए आज हर कंपनी इसपर ध्यान देती है.
क्लाउड कंप्यूटिंग को तीन प्रमुख मॉडल में बाँटा जाता है। पहला है IaaS, इन्फ्रास्ट्रक्चर ऐज़ अ सर्विस, जो वर्चुअल मशीन, नेटवर्क और स्टोरेज को ऑन‑डिमांड देती है. दूसरा है PaaS, प्लेटफ़ॉर्म ऐज़ अ सर्विस, जो डेवलपमेंट टूल्स और रनटाइम एनवायरनमेंट प्रदान करता है. तीसरा है SaaS, सॉफ़्टवेयर ऐज़ अ सर्विस, जहाँ एप्लीकेशन सीधे ब्राउज़र से इस्तेमाल होते हैं. इन तीनों के बीच मुख्य अंतर यह है कि कौन‑सी लेयर ग्राहक को प्रदान की जाती है.
उदाहरण के तौर पर, अगर आपको सिर्फ़ डेटा स्टोरेज चाहिए तो आप IaaS लेयर चुनेंगे। अगर एप्लीकेशन बनाना है लेकिन हार्डवेयर‑सॉफ्टवेयर की झंझट नहीं चाहिए, तो PaaS आपके लिए सही है। और अगर आप ई‑मेल या CRM जैसे तैयार टूल उपयोग करना चाहते हैं, तो SaaS तुरंत काम देगा। इस प्रकार क्लाउड कंप्यूटिंग व्यवसाय की जरूरतों के अनुसार लचीला समाधान पेश کرتی है.
एक और अहम घटक है डेटा सेंटर, भौतिक सर्वर और नेटवर्क इन्फ्रास्ट्रक्चर जहाँ क्लाउड संसाधन रखे जाते हैं. आधुनिक डेटा सेंटर हाई‑एंड हार्डवेयर, जलवायु नियंत्रण और ऊर्जा‑बचत तकनीक से सजा होते हैं, जिससे सेवा की उपलब्धता 99.9% से ऊपर रहती है। क्लाउड प्रोवाइडर इन सेंटरों को कई भौगोलिक लोकेशन में फैला कर रिडंडेंसी और फॉल्ट‑टॉलरेंस का ध्यान रखते हैं.
क्लाउड कंप्यूटिंग को अपनाते समय सुरक्षा, लागत और अनुपालन जैसे पहलुओं पर भी नजर रखनी चाहिए। सुरक्षा के लिए एन्क्रिप्शन, मल्टी‑फैक्टर ऑथेंटिकेशन और नियमित पेन‑टेस्टिंग का उपयोग किया जाता है। लागत नियंत्रण में, पे‑एज़‑यू‑गोल मॉडल के कारण अनावश्यक खर्च कम होते हैं, लेकिन सही रीसर्वेशन और मॉनिटरिंग से बिलिंग को ऑप्टिमाइज़ किया जा सकता है। अनुपालन की बात करें तो GDPR, ISO‑27001 आदि मानकों के अनुसार डेटा को प्रोसेस करना ज़रूरी है.
आज के समय में क्लाउड कंप्यूटिंग सिर्फ़ आईटी विभाग की नहीं, बल्कि मार्केटिंग, फाइनेंस और ह्यूमन रिसोर्स जैसे सभी विभागों की मदद करती है। उदाहरण के लिए, डेटा एनालिटिक्स प्लेटफ़ॉर्म क्लाउड पर चलाकर कंपनी रीयल‑टाइम इनसाइट प्राप्त कर सकती है, जिससे तेज़ निर्णय संभव होते हैं। इसलिए जब आप अगले बड़े प्रोजेक्ट की योजना बनाते हैं, तो क्लाउड मॉडल को अपनाने के विकल्प को जरूर विचारें.
नीचे आपको क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़ी विभिन्न खबरें, विश्लेषण और अपडेटेड लेख मिलेंगे। इन पोस्टों में नवीनतम सेवा लॉन्च, सुरक्षा टिप्स और उद्योग में हो रहे बदलावों की विस्तृत जानकारी है—जो आपके ज्ञान को अपडेट रखने में मदद करेगी। पढ़ते रहिए और अपनी डिजिटल रणनीति को भविष्य‑सुरक्षित बनाइए.
डिसंबर 2018 में थॉमस क्यूरियन को Google Cloud के CEO नियुक्त किया गया। उनके Oracle और केरल की जड़ें, और क्लाउड राजस्व में 67% की वृद्धि, इस परिवर्तन को समझाती हैं।
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