जब थॉमस क्यूरियन, Google Cloud के CEO बने, तो टेक दिग्गजों के बीच हलचल मची। उन्होंने 2018 के अन्त में इस पद को संभाला, और भारतीय-आमेरिकन मूल के इस नेता ने क्लाउड बाज़ार में नई ऊर्जा भर दी। यह नियुक्ति सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि उद्योग‑स्तर पर रणनीति‑परिवर्तन का संकेत थी।
नियुक्ति सिंगापुर के कल्याणकारी माहौल में नहीं, बल्कि कैलिफ़ोर्निया के माउंटेन व्यू स्थित Google के मुख्यालय में घोषित हुई। वास्तविक कार्यभार 10 दिसंबर 2018 से लेकर आज तक उनका है।
पृष्ठभूमि और करियर की दिशा
क्यूरियन का सफ़र पम्पाडी, केरल से शुरू हुआ। घर में पढ़ाई‑लिखाई के बाद वह एक सेल्फ‑ट्यूटर्ड छात्र बनकर मैकमिनेज़ एंड कंपनी में कॉन्सल्टेंट के रूप में कदम रखे। यह अनुभव उनके बाद के उद्यमी सफ़र की नाड़ी बना।
1995 में उन्होंने Oracle ज्वाइन किया, जहाँ 22 साल तक उन्होंने प्रोडक्ट डेवलपमेंट के अध्यक्ष के रूप में काम किया। इस दौरान Oracle की क्लाउड‑आधारित सेवाओं को स्केल करने में उनका हाथ था, और कई बैक‑एंड नवाचार उनके नाम जुड़ते रहे।
इन दो दशकों के दौरान क्यूरियन ने तकनीकी‑वित्तीय रणनीति को समझा, जिससे उनका प्रोफ़ाइल ग्लोबल स्तर पर चमकने लगा।
Google Cloud के CEO की नियुक्ति
Google ने 2018 के अन्त में Google Cloud के सिर पर एक नया चेहरा चुना। आधिकारिक बयान में कहा गया कि “थॉमस क्यूरियन की व्यापक एंटरप्राइज़ अनुभव हमें एंटरप्राइज़ क्लाइंट्स के साथ गहरा संबंध बनाने में मदद करेगी।” यह बयान Google के एवार्ड‑विजेता रणनीति विभाग से आया था।
वास्तविक परिवर्तन तब आया जब क्यूरियन ने क्लाउड सेवा को सिर्फ तकनीकी उत्पाद नहीं, बल्कि “एंटरप्राइज़‑सॉल्यूशन” के रूप में पेश किया। इस दिशा में उन्होंने कई बड़े फॉर्च्युन 500 कंपनियों के साथ साझेदारी की, जैसे कि SAP, Cisco और Netflix।
क्लाउड राजस्व 2018‑19 में 4.5 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2019‑20 में 7.5 बिलियन डॉलर तक पहुँच गया – 67% की तेज़ वृद्धि। यह आंकड़ा दर्शाता है कि क्यूरियन के आगमन के बाद Google Cloud ने बाजार में अपना “स्टेटस‑को-एडवांस्ड” स्थिति हासिल की।
उद्योग में प्रतिक्रिया और विशेषज्ञ राय
अमेरिकी तकनीकी विश्लेषक जेनिफ़र लिंडन ने टिप्पणी की, “क्यूरियन का Oracle‑बैकग्राउंड और मैकमिनेज़ की रणनीतिक सोच Google Cloud को एंटरप्राइज़‑फोकस में आगे ले जाएगी।”
तैवान की क्लाउड‑सलाहकार फर्म के सीईओ डैनियल किम ने कहा, “क्लाउड का बाजार अब ‘सुरक्षा‑पहला’ मोड में है, और क्यूरियन फिर से इस दिशा में भरोसेमंद पिवट लाएंगे।”
इसी बीच, जॉर्ज क्यूरियन, थॉमस के जुड़वां भाई और NetApp के सीईओ, ने कहा, “भाई का सफ़र हमारे परिवार के लिए प्रेरणा है, और भारतीय‑अमेरिकी प्रतिभा का यह चमकता उदाहरण है।”
भविष्य की दिशा और प्रभाव
क्यूरियन ने कहा है कि अगले पाँच वर्षों में Google Cloud का लक्ष्य “हाइब्रिड‑क्लाउड समाधान को 30% तक बढ़ाना” है। इसका मतलब है कि छोटे और मझोले उद्योगों को भी एंटरप्राइज़‑ग्रेड इन्फ्रास्ट्रक्चर मिल सकेगा।
केरल के युवा उद्यमियों के बीच यह खबर विशेष चर्चा का विषय बन गई है; कई छात्र अब “इंटरनेट‑से‑क्लाउड” को छात्र‑विषय बनाकर अपने करियर की रूपरेखा बना रहे हैं।
भविष्य में Google Cloud के उद्यमी‑संकुल को ‘सजग’‑डेटा‑गवर्नेंस और ‘इंस्टेंट‑स्केलेबिलिटी’ पर फोकस करना पड़ेगा, क्योंकि प्रतिस्पर्धी‑साथी Microsoft Azure और Amazon AWS पहले ही उन्नत AI‑आधारित सेवा मॉडल पेश कर चुके हैं।

संबंधित व्यक्तियों और संस्थाओं की प्रोफ़ाइल
- थॉमस क्यूरियन – Google Cloud के CEO, पूर्व Oracle के प्रोडक्ट डेवलपमेंट पी.एस. (22 साल)।
- जॉर्ज क्यूरियन – NetApp के CEO, डेटा‑इन्फ्रास्ट्रक्चर के अग्रणी।
- Oracle – क्लाउड‑सॉल्यूशन के शुरुआती दिग्गज, जहाँ क्यूरियन ने प्रमुख भूमिकाएँ निभाई।
- Google – विश्व‑स्तरीय सर्च और क्लाउड सेवा प्रदाता, जिसने क्यूरियन को 2018 में भर्ती किया।
- NetApp – डेटा‑स्टोरेज और क्लाउड‑इन्फ्रास्ट्रक्चर का प्रमुख खिलाड़ी।
- McKinsey & Company – परामर्श फर्म, जहाँ क्यूरियन ने करियर की शुरुआती दिशा तय की।
परिणामस्वरूप मुख्य बिंदु
- क्यूरियन ने Google Cloud को एंटरप्राइज़‑फ़ोकस में पुनःउन्मुख किया।
- क्लाउड राजस्व 2018‑19 से 2019‑20 में 67% बढ़ा।
- केरल‑जड़ों वाले इस नेता ने भारत‑अमेरिका कनेक्शन को नया आयाम दिया।
- भविष्य में हाइब्रिड‑क्लाउड समाधान पर विशेष जोर रहेगा।
- उद्योग विशेषज्ञों ने क्यूरियन को ‘रणनीतिक परिवर्तनकर्ता’ कहा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
थॉमस क्यूरियन का Google Cloud में नियुक्ति किस वर्ष हुई?
थॉमस क्यूरियन को दिसंबर 2018 में Google Cloud के CEO नियुक्त किया गया था, और वह उसी महीने से अपने कार्यभार संभालते रहे।
क्यूरियन का पूर्व अनुभव किस कंपनी में था?
क्यूरियन ने 22 साल तक Oracle में प्रोडक्ट डेवलपमेंट के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, इससे पहले उन्होंने मैकमिनेज़ एंड कंपनी में सलाहकार के रूप में काम किया।
Google Cloud को उनके नेतृत्व में किन प्रमुख उद्योगों के साथ साझेदारी मिली?
क्यूरियन के तहत Google Cloud ने SAP, Cisco, Netflix, और कई फॉर्च्युन‑500 कंपनियों के साथ रणनीतिक साझेदारी स्थापित की, जिससे एंटरप्राइज़‑सॉल्यूशन का दायरा विस्तृत हुआ।
उनका जन्मस्थान कौन सा है और वह क्यों महत्वपूर्ण माना जाता है?
थॉमस क्यूरियन का जन्म पम्पाडी, केरल में हुआ था। यह तथ्य भारतीय‑अमेरिकी नेतृत्व को दर्शाता है और केरल के युवाओं को वैश्विक मंच पर प्रेरित करता है।
भविष्य में Google Cloud की रणनीति क्या होगी?
क्यूरियन ने हाइब्रिड‑क्लाउड को 30% तक बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिससे छोटे‑मध्यम उद्यमों को भी एंटरप्राइज़‑ग्रेड क्लाउड सेवाएँ सुलभ होंगी।
1 टिप्पणि
Rajesh kumar
अक्तूबर 14, 2025 AT 00:37थॉमस क्यूरियन का सिड़ी पर चढ़ना भारतीय तकनीकी प्रतिभा का राष्ट्रीय गर्व है। एक केरल से आया युवा अब दुनिया के सबसे बड़े क्लाउड मंच को संभाल रहा है। हमारी युवा पीढ़ी को इस बात का ठोस उदहारण मिला है कि मेहनत और ज्ञान से कोई भी सीमा नहीं रहती। ऑरैकल में दो दशक का अनुभव लेकर वह गूगल क्लाउड में एंटरप्राइज़ फोकस को नई दिशा दे रहे हैं। यह परिवर्तन केवल एक व्यक्ति की सफलता नहीं, बल्कि भारतीय डाइस्पोरा की सामूहिक शक्ति का परिचायक है। जब वह माउंटेन व्यू में बैठते हैं, तो हमारे कश्मीर के पहाड़ों की ठंडक भी उनके निर्णयों में परिलक्षित होती है। उनकी रणनीति में हाइब्रिड क्लाउड को 30% तक बढ़ाना सिर्फ आँकड़े नहीं, बल्कि छोटे व्यवसायों के लिए जीवनरेखा होगी। यह कदम भारत में स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगा। उनके SAP, Cisco और Netflix जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी दिखाती है कि भारतीय विशेषज्ञता अब वैश्विक स्तर पर मान्य है। क्लाउड राजस्व की 67% वृद्धि इस बात की गवाही है कि सही नेतृत्व में निहित शक्ति क्या होती है। भूलें मत कि यह सब उनके अकेले प्रयास से नहीं, बल्कि उनके टीम के सहयोग से संभव हुआ। हम भारतीयों को उनके इस उपलब्धि पर गर्व होना चाहिए, क्योंकि यह हमारे सामुदायिक विकास का प्रतीक है। लॉजिकल रूप से देखें तो इस बदलाव ने भारतीय डाटा सिक्योरिटी पारिस्थितिकी को भी मजबूती दी है। भविष्य में जब हम क्लाउड के ज़रिये शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को डिलीवर करेंगे, तब क्यूरियन का बीती हुई यात्रा मार्गदर्शक होगी। इस प्रकार थॉमस क्यूरियन ने न केवल अपनी व्यक्तिगत कहानी लिखी, बल्कि भारतीय तकनीकी इतिहास में नई अध्याय जोड़ दिया। और यही कारण है कि हम सभी को इस सफलता को अपने दिल में बसाए रखना चाहिए।