11
दिस॰
2024
तीसरा वनडे मैच: ऑस्ट्रेलिया महिला बनाम भारत महिला
ऑस्ट्रेलिया महिला टीम और भारत महिला टीम के बीच 11 दिसंबर, 2024 को पर्थ के WACA मैदान में तीसरा वनडे मैच खेला गया। भारतीय टीम ने मैच जीतने की पूरी कोशिश की, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की जबरदस्त बल्लेबाजी के सामने भारतीय टीम ज्यादा नहीं टिक पाई। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, जो एक जोखिम भरा कदम था। भारतीय टीम में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए थे, जिसमें अर्चना रेड्डी और टिटास साधु की वापसी शामिल थी, जबकि पिया मिश्रा और प्रिया पुनिया को चोट की वजह से बाहर रखा गया।
ऑस्ट्रेलिया की बेहतरीन बल्लेबाजी
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत काफी सधी हुई थी। उन्होंने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298/6 का विशाल स्कोर खड़ा किया। अन्नाबेल सुदरलैंड ने 95 गेंदों में 110 रनों की शानदार पारी खेली और महिला वनडे क्रिकेट में पांचवें या उसके नीचे के स्थान पर से शतक बनाने वाली ऑस्ट्रेलिया की पहली खिलाड़ी बन गईं। उनके साथ एश गार्डनर ने भी अर्धशतक पूरा किया। भारतीय गेंदबाजों में अर्चना रेड्डी ने 4/26 का शानदार स्पेल किया, जो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भी विदेशी गेंदबाज की तीसरी सबसे अच्छी गेंदबाजी प्रदर्शन थी।
भारत की कठिन लक्ष्य का पीछा
भारत ने अपनी पारी की शुरुआत करने के बाद अच्छा खेले, लेकिन अंततः लड़खड़ा गए और 83 रन से मैच गंवा दिया। स्मृति मंधाना ने 109 गेंदों में 105 रन बनाए, जो कि उनकी पारी का मुख्य आकर्षण था। हालांकि, दूसरी छोर से उन्हें पर्याप्त सहयोग नहीं मिल पाया। भारतीय बल्लेबाजी में असंगति और रणनीति की कमी स्पष्ट दिखाई दी।
चुनौतीपूर्ण खेल की परिस्थितियाँ
मौसम भी क्रिकेट के लिए बेहद कठिन था, जहाँ तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। मैदान की सतह तेज और उछाल भरी थी, जिसने खेल को और भी चुनौतीपूर्ण बना दिया। इन परिस्थितियों में खेलना भारतीय टीम के लिए कड़ी परीक्षा साबित हुआ।
सीरीज का परिणाम और रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया ने यह सीरीज 3-0 से जीतकर क्लीन स्वीप कर लिया। अन्नाबेल सुदरलैंड और ताहलिया मैकग्राथ ने ऑस्ट्रेलिया महिला टीम के लिए छठे विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का नया रिकॉर्ड बनाया, और पांचवें विकेट के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 220 रन बनाए, जो एक दिन के महिला क्रिकेट मैच में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इस बेहतरीन प्रदर्शन से यह साफ हो गया कि ऑस्ट्रेलिया महिला टीम की बल्लेबाजी की गहराई कितनी मजबूत है।
इस मुकाबले ने यह दर्शाया कि ऑस्ट्रेलिया महिला टीम की तैयारी और उनकी रणनीति कितनी सुसंगठित थी, और वे इस सीरीज में पूरी तरह से हावी रहीं। भारतीय टीम के लिए यह सीरीज एक सीखने का अनुभव बनकर रह गया है, जिससे उन्हें भविष्य में अपनी क्षमता और रणनीति को और भी मजबूत करने का अवसर मिलेगा।
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