खाद्य सेवा के नए रुझान और ख़बरें

क्या आप जानते हैं कि पिछले साल में भारत में फ़ूड डिलीवरी ऐप की ऑर्डर संख्या दो गुना हो गई? यही कारण है कि आज हर घर से रेस्तरां का खाना एक क्लिक पर पहुंच जाता है। इस लेख में हम बात करेंगे कि कैसे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, स्थानीय रेस्टोरेंट और सरकारी नियम मिलकर खाद्य सेवा को बदल रहे हैं।

ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी की बढ़ती लोकप्रियता

पहले लोग घर के बाहर ही खाना खाया करते थे, लेकिन अब मोबाइल में एक ऐप खोलते‑ही पिज़्जा, बर्गर या पारंपरिक थाली आपके दरवाज़े पर पहुँच जाती है। इस बदलाव के पीछे दो बड़े कारण हैं – तेज़ इंटरनेट और आसान भुगतान विकल्प। आजकल यूज़र को कार्ड, UPI या नकद‑ऑन‑डिलीवरी में से जो भी सुविधाजनक लगे, वो चुन सकते हैं। इससे छोटे रेस्टोरेंट भी बड़ी प्लेटफ़ॉर्म पर अपना मेनू डाल कर ग्राहकों तक पहुंच पा रहे हैं।

डिलीवरी की तेज़ी सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि किचन प्रबंधन का भी सवाल है। कई रेस्तरां अब ‘क्लाउड किचन’ मॉडल अपनाते हैं जहाँ खाना केवल डिलीवरी के लिए बनाया जाता है, दाल‑भात या बफ़े जैसी बैठने की जगह नहीं होती। इससे किराया कम होता है और ऑर्डर प्रोसेसिंग तेज़ हो जाती है।

स्थानीय रेस्तरां कैसे अपनाते हैं डिजिटल बदलाव

छोटे शहरों में भी अब रेस्टोरेंट ऑनलाइन मेनू बनाकर ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। अक्सर देखा जाता है कि एक पारंपरिक दाल‑भात की दुकान अपने हाथ से लिखे बोर्ड को QR कोड में बदल देती है, जिससे ग्राहक फोन से ही कीमतें देख सकते हैं और ऑर्डर दे सकते हैं। इस तरह का छोटा कदम भी बिक्री बढ़ाने में मदद करता है।

सरकारी नीतियों ने भी खाद्य सेवा के मानक उठाए हैं। फूड सुरक्षा और स्वच्छता पर नई गाइडलाइन लागू हुईं, जिससे रसोई की जांच आसान हो गई। अब हर रेस्तरेंट को डिजिटल सर्टिफ़िकेशन मिलना अनिवार्य है, इसलिए ग्राहक भरोसा कर सकते हैं कि उनका खाना सुरक्षित है।

एक और महत्वपूर्ण बदलाव है ‘सस्टेनेबिलिटी’ का। कई बड़े चेन अब प्लास्टिक स्ट्रॉ के बदले बायोडिग्रेडेबल विकल्प दे रहे हैं, और ग्राहकों को रिवॉर्ड पॉइंट्स भी मिलते हैं जब वे अपने कप या बॉक्स लाते हैं। यह न केवल पर्यावरण बचाता है बल्कि ब्रांड की छवि को भी मजबूत करता है।

तो अगर आप अभी तक फ़ूड डिलीवरी का उपयोग नहीं कर रहे, तो एक बार ट्राई करें। ऐप में कई प्रमोशन और डिस्काउंट मिलते हैं, जिससे आपका खर्चा कम हो जाता है। साथ ही, स्थानीय रेस्तरां को सपोर्ट करने से शहर की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होती है।

खाद्य सेवा का भविष्य तेज़, सुरक्षित और टिकाऊ दिख रहा है। चाहे आप ग्राहक हों या रेस्टोरेंट मालिक, इस बदलाव के साथ कदम मिलाकर आप बेहतर अनुभव पा सकते हैं। देसीआर्ट समाचार पर ऐसे ही ताज़ा अपडेट आते रहें, इसलिए पेज को बार‑बार चेक करते रहें।

23

अग॰

2024

Zomato ने बंद की अपनी अंतर-शहरी खाद्य सेवा इंटरसिटी लेजेंड्स: जानिए क्या हैं कारण

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Zomato ने अपनी इंटरसिटी लेजेंड्स सेवा को बंद करने का ऐलान किया है। सीईओ दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। यह सेवा अगस्त 2022 में शुरू हुई थी और ग्राहकों को विभिन्न शहरों के व्यंजन ऑर्डर करने की सुविधा प्रदान करती थी। लेकिन विभिन्न चुनौतियों के कारण यह सेवा अपनी उत्पाद बाज़ार में फिट नहीं हो पाई और इसके बंद होने का निर्णय लिया गया।