जब बात दोहरा शतक, क्रिकेट में एक ही इनिंग में दो बार 100 रन बनाने की उपलब्धि. Also known as डबल सेंचुरी, it marks a performance that separates ordinary scores from historic feats. यह उपलब्धि सिर्फ संख्याओं की नहीं, बल्कि खेल की मानसिकता को बदल देती है। क्रिकेट, भारत और विश्व में सबसे लोकप्रिय टीम खेल में दोहरा शतक अक्सर जीत की गारंटी बन जाता है, क्योंकि टीम को एक ही पारी में दो बार शतक मिलना अधिकांश विरोधियों को दबाव में डाल देता है। इसी कारण, दोहरा शतक का रिकॉर्ड बनाते समय बल्लेबाज़ की तकनीक, शारीरिक फिटनेस और मैच की स्थिति का गहरा असर रहता है। महिला क्रिकेट, अभी तेज़ी से विकास कर रही है और नई रिकॉर्ड स्थापित कर रही है में भी दोहरा शतक का उदय बहुत कम है, पर जब होता है तो वो पूरे खेल में चर्चा का विषय बन जाता है।
दोहरा शतक का मतलब सिर्फ 200 रन नहीं, बल्कि दोहरा शतक की अवधारणा में कई परस्पर जुड़े तत्व शामिल होते हैं। पहला, तकनीकी कौशल – लंबी अवधि तक ध्यान बनाए रखना, विविध शॉट्स खेलना और गेंदबाज़ी की रणनीति को पढ़ना; दूसरा, मैच परिस्थिति – कौन से ओवर में जड़ता आती है, पिच का अनुपात और विपक्षी टीम की गेंदबाज़ी योजना। तीसरा, मानसिक दृढ़ता – शुरुआती छक्के के बाद भी पुजारी बनाये रखना। ये सभी घटक दोनों प्रकार के शॉट्स, जैसे कि वितरित रक्षणात्मक ब्लॉक और आक्रामक स्विंग, को संतुलित करने में मदद करते हैं। दोहरा शतक की उपलब्धि अक्सर ICC टूर्नामेंट, एशिया कप या घरेलू लीग में देखी जाती है, जहाँ खिलाड़ी बड़े दबाव का सामना करता है। इस प्रकार, दोहरा शतक को खेल का मापन माना जा सकता है जो बल्लेबाज़ी के सर्वश्रेष्ठ को उजागर करता है और टीम की जीत की दिशा तय करता है।
वर्तमान में दोहरा शतक को लेकर कई रोचक प्रवृत्तियाँ उभर रही हैं। पहले, टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक कम होते हैं, लेकिन जब होता है तो इतिहास में अमिट छाप छोड़ता है – जैसे कि रवीन्द्र जैडेजा की 210 रन की पारी। दूसरे, वनडे और T20 में दोहरा शतक बहुत कठिन माना जाता है, फिर भी रशीद खान ने एशिया कप में ऐसा कर दिखाया, जिससे युवा खिलाड़ियों को नई प्रेरणा मिली। तीसरे, महिला क्रिकेट में हाल ही में हर्मनप्रीत कौर जैसे खिलाड़ियों ने दोहरा शतक की संभावनाओं को बढ़ाया, विशेष रूप से ICC महिला विश्व कप में। इन सभी उदाहरणों से स्पष्ट है कि दोहरा शतक एक ऐसा मानक है जो खेल के विभिन्न स्वरूपों में अपनी अलग महत्ता रखता है।
नीचे आपको इस टैग “दोहरा शतक” से जुड़े ताज़ा खबरें, विश्लेषण और आँकड़े मिलेंगे। चाहे आप जीतते हुए दोहरा शतक की कहानी चाहते हों, या महिला खिलाड़ी की पहली दोहरा शतक पारी की झलक, इंटीग्रेटेड कवरेज आपके ज्ञान को बढ़ाएगा। तैयार रहें, क्योंकि आपके सामने क्रिकेट के सबसे रोमांचक पलों का संग्रह है, जो आपके खेल के प्रति जुनून को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।
ड्यूप ट्रॉफी सेमीफाइनल में दक्षिण जोन के निरूद्य वारंट के बीच नारायण जगदेवसन ने 197 रन बनाकर दोहरा शतक के पास तक पहुँचाया, लेकिन रिक्सी भुई के साथ गलत फेहमी से रन आउट हो गया। 352 गेंदों पर 16 चार और 3 चौके मारते हुए वह रात के अंतिम मिनट में बंध गया, जबकि दक्षिण जोन ने 536 बनाकर पक्का कदम रखा। इस घटना ने उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों और टीम की संभावनाओं पर नई चर्चा छेड़ दी।
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|