जब रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने अक्टूबर 2025 के लिये 21 बैंक छुट्टियों की सूची रिलीज़ की, तो पूरे देश में बैंकिंग ग्राहकों ने कैलेंडर कवर‑ऑफ़ की तैयारी शुरू कर दी। इस साल की छुट्टी‑शृंखला का सबसे बड़ा क्लस्टर दिवाली के चारों ओर बना, जो 20 से 23 अक्टूबर तक कई राज्यों में अलग‑अलग तिथियों पर मनाई गई। अतिरिक्त रूप से 27‑28 अक्टूबर को छठ पूजा और 31 अक्टूबर को सदर वैलेभाई पटेल की जयंती को भी बैंक बंद रहे।
दिवाली‑सप्ताह में बैंक बंदी का विस्तृत नक़्शा
20 अक्टूबर 2025 को 24 राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों में बैंक बंद रहे, जिनमें गुजरात, कर्नाटक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और केरल शामिल थे। इस दिन दिवाली, नरक चतुर्दशी और काली पूजा एक साथ मनाई गईं, इसलिए RBI ने एक ही दिन में कई छुट्टियों को मिलाकर एक ‘फ़ेस्टिव क्लोज़र’ घोषित किया।
21 अक्टूबर को महाराष्ट्र, ओडिशा, मध्य प्रदेश, सिक्किम, मणिपुर, छत्तीसगढ़, जम्मू और श्रीनगर में बैंक बंद रहे। यहाँ मुख्य रूप से लक्समी पूजा (दीपावली अमावस) और गोवर्धन पूजा का पालन किया गया। महाराष्ट्र ने दो‑दिन की छुट्टी 21‑22 अक्टूबर तक बढ़ा दी, जिससे वो महीने में सबसे लंबी निरंतर बंदी वाला राज्य बन गया।
23 अक्टूबर को गुजरात, सिक्किम, मणिपुर, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश में बैंक बंद रहे। यह दिन भाई‑बहन के रिश्ते को मनाने वाले बाय़ी दूज, चित्रगुप्त जयंती और लक्समी पूजा (भाईटिवृति) जैसी कई मान्यताओं को सम्मिलित करता है। अधिकांश राज्यों के लिये इस तिथि के बाद दिवाली का मुख्य दौर समाप्त हो जाता है।
लंबी निरंतर बंदी वाले राज्य
सिक्किम ने रविवार से 23 अक्टूबर तक, कुल चार लगातार दिन बैंक बंद रखे – यह इस साल का सबसे लंबा निरंतर बंदी क्रम था। छत्तीसगढ़ ने 20‑21 अक्टूबर को दो‑दिन की बंदी रखी, जबकि गुजरात और उत्तर प्रदेश ने 22‑23 अक्टूबर को क्रमशः दो‑दिन की बंदी का आनंद लिया।
दिवाली के बाद की छुट्टियाँ और राष्ट्रीय महत्त्व की घटनाएँ
दिवाली‑सप्ताह के बाद, 27 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में छठ पूजा की शाम‑पूजा के कारण बैंक बंद रहे। अगले दिन, 28 अक्टूबर को बिहार और झारखंड ने सुबह‑पूजा हेतु दूसरी छुट्टी जोड़ी, जिससे दो‑दिन की लगातार बंदी हुई।
अक्टूबर का समापन 31 अक्टूबर को गुजरात में सदर वैलेभाई पटेल के जन्मदिन के उपलक्ष्य में हुआ। इस दिन पूरे राज्य में सम्मान कार्यक्रम हुए, और RBI ने विशेष तौर पर इस राष्ट्रीय महत्त्व को प्रतिबिंबित करने के लिये छुट्टी घोषित की।

सभी प्रमुख शहरों में छुट्टियों का विस्तृत तालिका
- अहमदाबाद (गुजरात): 20, 21, 22, 23, 31 अक्टूबर
- मुंबई (महाराष्ट्र): 20, 21, 22 अक्टूबर
- कोलकाता (पश्चिम बंगाल): 20, 22, 23, 27 अक्टूबर
- पटना (बिहार): 20, 22, 27, 28 अक्टूबर
- जयपुर (राजस्थान): 20, 21, 22 अक्टूबर (दिवाली‑सप्ताह)
इन शहर‑विशिष्ट तालिकाओं से स्पष्ट है कि किसी भी बड़े शहर में शाखा‑स्तर की लेन‑देन पर असर पड़ेगा, जबकि नेट‑बैंकिंग, मोबाइल‑बैंकिंग और एटीएम अधिकांश समय कार्यरत रहते हैं।
RBI की घोषणा के पीछे की रणनीति और ग्राहक‑उपयोगी सुझाव
RBI ने इस शेड्यूल को जुलाई 2025 में सार्वजनिक किया, जिससे व्यावसायिक संस्थानों, व्यापारियों और छोटे‑उधमी ग्राहकों को अपने नकदी प्रवाह और भुगतान‑चक्र को पहले से योजना बनाने का अवसर मिला। एक RBI प्रवक्ता ने कहा, "हम समझते हैं कि भारत में विविध सांस्कृतिक तिथियों के कारण बैंकिंग सेवा की उपलब्धता में अंतर हो सकता है, इसलिए हमने इस कैलेंडर को पहले से सार्वजनिक करके सभी को तैयार करने की कोशिश की है।"
विशेषज्ञों की राय में, यह कैलेंडर न केवल ग्राहक संतुष्टि को बढ़ाता है, बल्कि वित्तीय संस्थानों को कार्य‑भार को बेहतर ढंग से व्यवस्थित करने में मदद करता है। एक वित्तीय विश्लेषक ने टिप्पणी की, "यदि आप बड़ी लेन‑देनों या चेक‑क्लियरिंग की योजना बना रहे हैं, तो इन छुट्टियों को ध्यान में रखकर पहले से भुगतान निर्देश देना समझदारी होगी।"

भविष्य की दिशा – क्या अगला साल भी इतना ही लंबा रहेगा?
आगामी वर्ष 2026 में भी RBI ने समान पैटर्न का संकेत दिया है, परन्तु कुछ राज्यों ने अपनी स्थानीय छुट्टियों को संकीर्ण करने का प्रस्ताव रखा है। यह देखना बाकी है कि राज्य सरकारें और RBI मिलकर कैसे समन्वय करेंगे, जबकि डिजिटल भुगतान के विस्तार से शाखा‑बंदी के प्रभाव कम होते जा रहे हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
ऑक्टोबर 2025 में कौन‑से मुख्य त्योहारों के कारण बैंक बंद रहे?
मुख्य तौर पर दिवाली (20‑23 अक्टूबर), छठ पूजा (27‑28 अक्टूबर) और सदर वैलेभाई पटेल की जयंती (31 अक्टूबर) के कारण बैंक बंद हुए।
क्या डिजिटल बैंकिंग सेवाएँ इन छुट्टियों में उपलब्ध रहती हैं?
हां, अधिकांश डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म – इंटरनेट बैकिंग, मोबाइल ऐप और एटीएम – छुट्टियों में सामान्य रूप से काम करते हैं। लेकिन ब्रांच‑स्तरीय सेवाएँ जैसे चेक क्लियरिंग और नकद निकासी में देरी हो सकती है।
सिक्किम ने चार लगातार दिनों तक बैंक क्यों बंद रखे?
सिक्किम में 20‑23 अक्टूबर तक कई स्थानीय त्योहारों जैसे बाय़ी दूज, लक्समी पूजा और निकोल चक्कौबा मनाए गए। इन सभी को मिलाकर राज्य ने चार दिन की निरंतर बंदी लागू की, जो इस साल की सबसे लंबी थी।
RBI की छुट्टी‑सूची का मुख्य उद्देश्य क्या है?
RBI का लक्ष्य ग्राहकों, व्यापारियों और वित्तीय संस्थानों को पूर्वसूचना देकर भुगतान‑चक्र को सुगम बनाना, लेन‑देनों में असामंजस्य को कम करना और आर्थिक स्थिरता बनाए रखना है।
अगर मेरे पास बड़ी रकम ट्रांसफर करनी हो तो मुझे क्या करना चाहिए?
छुट्टियों से पहले बैंक को निर्देश देना या ऑनलाइन ट्रांसफ़र सेट‑अप कर देना सुरक्षित रहेगा। यदि संभव हो तो इंट्रा‑डे ट्रांसफ़र या डिजिटल वॉलेट का प्रयोग करें, क्योंकि शाखा‑बंदी के दौरान प्रक्रिया में देर हो सकती है।
2 टिप्पणि
Bikkey Munda
अक्तूबर 20, 2025 AT 23:00RBI ने अक्टूबर 2025 की छुट्टियों का शेड्यूल जारी किया है। यह शेड्यूल ग्राहकों को अपने वित्तीय योजना बनाने में मदद करता है। विशेषकर दिवाली की बड़ी बँदी को देखते हुए भुगतान‑चक्र को पहले से तैयार करना ज़रूरी है। यदि आप बड़ी राशि ट्रांसफर करना चाहते हैं तो छुट्टियों से पहले निर्देश देना अच्छा रहेगा। ऑनलाइन बैंकिंग और मोबाइल ऐप्स अधिकांश समय खुले रहते हैं, इसलिए आप डिजिटल चैनल का उपयोग कर सकते हैं। एटीएम भी काम करेंगे, पर नकद निकासी में कभी‑कभी लाइन लग सकती है। व्यापारियों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इन दिनों चालान भुगतान में देरी हो सकती है। इसलिए आप अपने सप्लायर को पहले से सूचित करें। यदि आप खुदरा व्यापार करते हैं तो दिवाली के बाद के दिनों में भी ग्राहक भीड़ अधिक हो सकती है। इस स्थिति में अतिरिक्त कैश के प्रावधान पर विचार करें। राज्य‑विशेष बँदी की अवधि अलग‑अलग है, जैसे महाराष्ट्र में 21‑22 अक्टूबर तक निरंतर बंदी रहेगी। सिक्किम में तो 20‑23 तक चार दिन की निरंतर बंदी है, इसलिए वहां के ग्राहकों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। छठ पूजा की दो‑दिन की बंदी भी ध्यान में रखें, खासकर बिहार और झारखंड में। अंत में, यदि आप किसी सरकारी या बड़े संस्थान को भुगतान करना चाहते हैं, तो आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर शेड्यूल देख कर समय पर भुगतान सेट‑अप कर लें। इस तरह आप संभावित असुविधा से बच सकते हैं और वित्तीय प्रवाह सुचारू रख सकते हैं।
akash anand
अक्तूबर 21, 2025 AT 15:33मैं दृढ़ता से कहना चाहता हूँ कि यह हॉलिदे का शेड्यूल बिलकुल बेमतलब है यह आपके काम में जटिलता बढ़ाता है और तनाव पैदा करता है आप सब को रिव्यू करके फिर से निकालना चाहिए