गौतम अडानी ने शेयरधारकों को शानदार भविष्य का भरोसा दिलाया, चुनौतियों के बावजूद दिखाया साहस

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25

जून

2024

अडानी समूह के शेयरधारकों को प्रेरित करने वाले भाषण की मुख्य बातें

अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने हाल ही में समूह के 6.7 मिलियन वैश्विक शेयरधारकों को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में समूह की भविष्य की योजनाओं, उपलब्धियों और भारत की बढ़ती वैश्विक प्रभावशीलता पर चर्चा की। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद अडानी समूह की ताकत, दृढ़ता और भविष्य की योजनाओं ने सभी को प्रभावित किया।

समूह की सफलता की कहानी

गौतम अडानी ने समूह के सामने आई अभूतपूर्व चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में समूह को अपनी अखंडता पर कई हमलों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने साहस और दृढ़ता से इनका मुकाबला किया। इसके परिणामस्वरूप, समूह ने रिकॉर्ड परिणाम प्राप्त किए, जिसमें मजबूत नकदी स्थितियां और खुदरा समूह के इतिहास में सबसे कम ऋण अनुपात शामिल हैं।

अडानी समूह का FY24 का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा। समूह ने $10 बिलियन EBITDA का मील का पत्थर पार किया, जिसमें साल-दर-साल 45 प्रतिशत की वृद्धि और 70 प्रतिशत की शुद्ध लाभ वृद्धि देखी गई। यह समूह आज $7 बिलियन से अधिक नकद रखता है और अपने समूह-स्तरीय ऋण को 2.2 गुना तक कम कर चुका है, जो उद्योग मानकों से भी कम है।

भविष्य की संभावनाएँ

अडानी ने अपने भाषण में तीन प्रमुख विषयों को रेखांकित किया: समूह की बाहरी चुनौतियों को पार करने की क्षमता, भारत की बढ़ती वैश्विक प्रभावशीलता, और भविष्य के अवसर। उन्होंने समूह की सफलता का श्रेय समूह के मूल्यों - साहस, विश्वास और प्रतिबद्धता को दिया।

गौतम अडानी ने जोर देकर कहा कि आने वाले वर्षों में भारत एक $10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के मार्ग पर है। उन्होंने जोर दिया कि भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च की औसत वृद्धि दर 20-25 प्रतिशत तक रहने की उम्मीद है। इन सबके बीच, अडानी समूह के पास शक्ति, बंदरगाह, सड़कें, हवाई अड्डे, डेटा सेंटर, रक्षा, निर्माण, लॉजिस्टिक्स और सामग्री जैसे विस्तृत क्षेत्रों में अपनी स्थिति को मजबूत करने के अवसर हैं।

अडानी समूह की विभिन्न परियोजनाओं पर नजर डालें तो, इसका पोर्टफोलियो इतना विस्तृत और विविध है कि यह विभिन्न उद्योग क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अवसर उत्पन्न करता है। उदाहरण के लिए, ऊर्जा क्षेत्र में अपनी निरंतर निवेश से समूह ने नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में प्रमुखता हासिल की है। इसी प्रकार, समूह के बंदरगाह और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में निवेश ने व्यापार और वाणिज्य में एक नई गति दी है।

अडानी समूह का वित्तीय प्रबंधन

वित्तीय दृष्टिकोण से देखने पर, अडानी समूह का समर्पण और प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। व्यापार को मजबूत बनाने और चुनौतियों का सामना करने के लिए उनके वित्तीय प्रबंधन ने अहम भूमिका निभाई है। समूह की नीति अपने ऋण अनुपात को कम और नकदी स्थिति को मजबूत बनाए रखने की दिशा में रही है।

उनके उत्कृष्ट वित्तीय प्रबंधन का परिणाम है कि आज अडानी समूह $7 बिलियन से अधिक नकदी रखता है, और इसका ऋण अनुपात उद्योग मानकों से भी काफी बेहतर है। यह रणनीति न केवल समूह की मौजूदा स्थिति को मजबूत बनाती है, बल्कि इसे भविष्य की अनिश्चितताओं से भी सुरक्षित रखती है।

भारत में बढ़ता वैश्विक प्रभाव और अडानी समूह की भूमिका

गौतम अडानी ने अपने भाषण में भारत की वैश्विक प्रभावशीलता के बढ़ते महत्व पर भी जोर दिया। उनका मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था आने वाले वर्षों में और मजबूत होगी, और यह वैश्विक मंच पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। अडानी समूह इस बदलाव में एक प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभर सकता है, इसके लिए उसके विभिन्न उद्योग क्षेत्रों में निरंतर विकास की आवश्यकता होगी।

भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था को मदद करने के लिए अडानी समूह ने विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने की प्रतिबद्धता जताई है। इसके तहत, समूह ने अपने लॉजिस्टिक्स नेटवर्क को सुधारने और बढ़ाने की योजना बनाई है, जिससे व्यापार में और भी वृद्धि हो सकती है।

अडानी समूह की भविष्य की योजनाएँ

गौतम अडानी ने भविष्य की योजनाओं पर भी विस्तार से बात की। उनका मानना है कि आने वाले वर्षों में अडानी समूह अपनी निवेश योजनाओं और नई परियोजनाओं के माध्यम से उच्च दर से विकास करेगा। समूह की नवीकरणीय ऊर्जा, लॉजिस्टिक्स, डेटा सेंटर और रक्षा जैसे क्षेत्रों में अगली पंक्ति पर आने की योजना है। इससे न केवल समूह को फायदा होगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।

उन्होंने यह भी जताया कि समूह अपने समाजिक दायित्वों के प्रति जिम्मेदार है और सामाजिक विकास के लिए भी योगदान देता रहेगा। इसका मुख्य उद्देश्य न केवल व्यापारिक सफलता प्राप्त करना है, बल्कि समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर विकास करना भी है।

अंत में, गौतम अडानी ने अपने शेयरधारकों को अपने समर्थन और विश्वास के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि समूह की सफलता में शेयरधारकों का समर्थन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और उनके विश्वास ने ही समूह को आज इस मुकाम पर पहुंचाया है।

लेखक के बारे में

स्नेहा वर्मा

स्नेहा वर्मा

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूँ और मुझे भारत से संबंधित दैनिक समाचारों पर लिखना बहुत पसंद है। मुझे अपनी लेखन शैली के माध्यम से लोगों तक जरूरी सूचनाएं और खबरें पहुँचाना अच्छा लगता है।

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