सुननें की क्षमता बढ़ाने के सरल कदम

क्या आप कभी आवाज़ सुनने में दिक्कत महसूस करते हैं? अक्सर हम ध्वनि को नजरअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन अच्छी सुनवाई हमारे रोज़मर्रा के कामों का आधार है। इस लेख में मैं आपको बताऊँगा कि कैसे छोटी‑छोटी आदतें आपके कान की सेहत बचा सकती हैं और जब जरूरत पड़े तो सही मदद कैसे लें।

कान को नुकसान पहुंचाने वाले आम कारण

सबसे पहले समझते हैं क्यों हमारी सुनवाई कमजोर हो जाती है। तेज़ आवाज़, लगातार हेडफ़ोन का इस्तेमाल, धुएँ वाला वातावरण और उम्र के साथ प्राकृतिक घटाव ये सब मिलकर श्रवण तंत्र पर असर डालते हैं। अगर आप रोज़ाना 80 डेसिबल से ऊपर की शोर में रह रहे हैं तो आपके बालकनी या ऑफिस के माइक्रोफोन से निकलने वाली आवाज़ें भी खतरा बन सकती हैं।

एक और कारण है ईयर कैंडिड—जाम। यह अक्सर धूल, सैलिसिलिक एसिड वाले कॉस्मेटिक्स या जलन से बनता है। जब जाम जमा हो जाता है तो ध्वनि ठीक से नहीं पहुंच पाती और धीरे‑धीरे सुनवाई घटती है।

घर में आसान उपाय

आपको डॉक्टर के पास जाने से पहले कुछ सरल कदम आज़मा सकते हैं:

  • ध्वनि स्तर कम करें: हेडफ़ोन की वॉल्यूम को 60% से नीचे रखें। अगर संगीत सुनना है तो एक‑दो घंटे बाद ब्रेक लें।
  • कान साफ़ रखें: गर्म पानी और हल्के साबुन से कान के बाहर सफाई करें, अंदर नहीं। जाम हटाने के लिए ब्यूटी किट या कॉटन स्वाब न इस्तेमाल करें।
  • शोर‑रोधक पहनें: निर्माण साइट, तेज़ संगीत कार्यक्रम या भीड़ वाले जगहों पर इयर प्लग लगाएँ। ये सस्ता और असरदार उपाय है।
  • आहार में ध्यान दें: विटामिन B12, ओमेगा‑3 फैटी एसिड और जिंक सुनने की कोशिकाओं को स्वस्थ रखते हैं। मछली, नट्स और हरे पत्तेदार सब्ज़ियों को अपने रोज़मर्रा के भोजन में शामिल करें।

इन सरल बदलावों से कई लोग बिना दवाइयों के अपनी सुनवाई में सुधार देख पाते हैं। लेकिन अगर ध्वनि अभी भी म्यूज़िक की तरह गड़बड़ लगती है तो समय पर विशेषज्ञ से मिलना ज़रूरी है।

जब डॉक्टर की जरूरत पड़े

यदि आप इन संकेतों को महसूस करते हैं, तो तुरंत एंटी‑हियरिंग क्लिनिक में जाएँ:

  • ध्वनि स्पष्ट नहीं लग रही—ख़ासकर लोगों के नाम या टेलीफ़ोन पर बात।
  • कान में लगातार आवाज़ (टिंनिटस) सुनाई देती है, चाहे आसपास शोर न हो।
  • एक कान में अचानक सुन्नता या दर्द।

ऑडियोलॉजिस्ट आपके सुनने का परीक्षण करेगा और यदि आवश्यक हो तो हियरिंग एड की सलाह देगा। आजकल डिजिटल हियरिंग एिड बहुत हल्के, बैटरी‑फ्री और ब्लूटूथ के साथ आते हैं—जैसे छोटे स्पीकर जो सीधे कान में फिट होते हैं।

एक बात ध्यान रखें: सुनवाई सुधार सिर्फ उपकरणों से नहीं होता, बल्कि नियमित जाँच और सही जीवनशैली से भी संभव है। अगर आप इन उपायों को रोज़मर्रा की आदत बना लेंगे तो दीर्घकालिक नुकसान कम रहेगा।

समाप्ति में एक छोटा सुझाव

हर सुबह जब आप अपना फोन उठाएँ, एक सेकंड के लिए आवाज़ बंद करके देखें—क्या आपको आसपास की ध्वनियाँ सुनाई देती हैं? यह सरल अभ्यास आपके कान को ‘वर्कआउट’ देता है और ध्यान देता है कि आपका सुनने का सिस्टम सही काम कर रहा है या नहीं।

सुननें की क्षमता बनाए रखना आसान है, बस थोड़ी सी जागरूकता और नियमित देखभाल चाहिए। इन टिप्स को अपनाएँ और अपने कानों को स्वस्थ रखें—ताकि आप हर आवाज़ में जीवन का मज़ा ले सकें।

18

जून

2024

मशहूर बॉलीवुड गायिका अलका याज्ञनिक को दुर्लभ न्यूरो बीमारी, सुनने की क्षमता में कमी

मशहूर बॉलीवुड गायिका अलका याज्ञनिक को दुर्लभ न्यूरो बीमारी, सुनने की क्षमता में कमी

प्रतिष्ठित पार्श्व गायिका अलका याज्ञनिक को एक दुर्लभ न्यूरो बीमारी का पता चला है, जिससे उनकी सुनने की क्षमता में कमी आई है। 58 वर्षीय गायिका ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस खबर को साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि फ्लाइट से उतरने के बाद वह सुन नहीं पा रही थीं। उन्होंने प्रशंसकों और साथी कलाकारों से तेज संगीत से बचने और हेडफोन का सावधानीपूर्वक उपयोग करने की अपील की है।