पैरालम्पिक दुनिया का वो मंच है जहाँ विकलांग एथलीट अपनी क्षमता दिखाते हैं। हर चार साल में ओलंपिक के बाद ये इवेंट आयोजित होता है, और भारत ने भी यहाँ कई बार पदक जेतें हैं। अगर आप इस खेल को समझना चाहते हैं या नवीनतम अपडेट चाहिए, तो आगे पढ़िए।
पिछले कुछ सालों में भारतीय पैरालम्पियन जैसे मनीष अंबानी (ट्रैक), शीतल गुप्ता (स्विमिंग) और पंकज सैनी (शूटिंग) ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर धूम मचा दी। 2021 टोक्यो पैरालम्पिक में मनीष ने 400 मीटर रिले में स्वर्ण जिता, जबकि शीतल ने 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक में नई राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। इनके अलावा कई युवा खिलाड़ी अब प्रशिक्षण कैंप में तैयार हो रहे हैं और आगे के इवेंट्स में हिस्सा लेने को उत्सुक हैं।
पैरालम्पिक 2024 पेरिस में होगा, और भारत ने पहले ही क्वालीफाइंग राउंड के लिए टीम घोषणा कर दी है। अगर आप लाइव देखना चाहते हैं तो राष्ट्रीय खेल चैनल और आधिकारिक स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर मैच उपलब्ध होंगे। साथ ही देशीआर्ट समाचार जैसे पोर्टल पर हर मैच का सारांश, स्कोर और एथलीट की प्रोफ़ाइल रोज़ अपडेट होती रहती है।
इवेंट्स के अलावा राष्ट्रीय स्तर पर पैरालम्पिक ट्रायल, चयन प्रतियोगिताएँ और प्रशिक्षण शिविर भी चल रहे हैं। इनका टाइमटेबल देशीआर्ट समाचार की स्पोर्ट सेक्शन में मिल जाता है। अगर आप अपने शहर में आयोजित स्थानीय इवेंट देखना चाहते हैं तो वेबसाइट पर ‘स्थानीय समाचार’ टैब देखें; वहाँ अक्सर स्थान, तिथि और एंट्री फॉर्म की जानकारी होती है।
पैरालम्पिक के नियम सामान्य ओलंपिक से थोड़े अलग होते हैं—जैसे वर्गीकरण (classification) जो एथलीट की शारीरिक क्षमताओं पर आधारित होता है। इस वजह से हर स्पोर्ट में विभिन्न श्रेणियाँ होती हैं, और जीतना सिर्फ तेज़ या ताकतवर होना नहीं, बल्कि सही क्लास में प्रतिस्पर्धा करना जरूरी है। हमारी साइट पर प्रत्येक खेल के वर्गीकरण नियम का आसान सारांश भी दिया गया है।
यदि आप खुद पैरालम्पिक की तैयारी कर रहे हों तो पोषण, रीहैबिलिटेशन और मनोवैज्ञानिक समर्थन बहुत अहम हैं। देशीआर्ट समाचार में विशेषज्ञों द्वारा लिखे लेख मिलते हैं—जैसे “विकलांग एथलीट के लिए प्रोटीन डाइट” या “मैदान पर फोकस कैसे बनाएं”。 ये गाइड पढ़कर आप अपनी ट्रेनिंग को बेहतर बना सकते हैं।
पैरालम्पिक की खबरें सिर्फ खेल तक ही सीमित नहीं रहतीं; इसमें सामाजिक जागरूकता, बुनियादी ढांचा और नीति‑निर्धारण भी शामिल है। हालिया संसद बहस में ‘विकलांग खिलाड़ियों के लिए विशेष स्कीम’ पर चर्चा हुई थी। हमारे राजनीतिक सेक्शन में इस प्रकार की नीतियों का असर समझाया गया है, जिससे आप जान सकें कि सरकार किन पहलों पर काम कर रही है।
आखिरकार, पैरालम्पिक केवल एथलीटों के लिए नहीं, बल्कि दर्शकों और समर्थकों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है। जब आप किसी खिलाड़ी की जीत देखेंगे तो समझिएगा, यह सिर्फ स्कोर नहीं, बल्कि बाधाओं को मात देने की कहानी है। देशीआर्ट समाचार पर इस तरह की कहानियां रोज़ अपडेट होती हैं—आप भी पढ़कर मोटिवेट हो सकते हैं।
तो चाहे आप खिलाड़ी हों, फैंस हों या बस कुछ नया सीखना चाहते हों, पैरालम्पिक के बारे में हर जरूरी जानकारी देशीआर्ट समाचार पर मिल जाएगी। अभी साइट खोलें और ताज़ा अपडेट्स को मिस न करें!
पेरिस 2024 पैरालम्पिक खेलों के पहले दिन के पैरा पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में कई रिकॉर्ड टूटे, लेकिन फ्रांस के खिलाड़ी एक भी पदक जीतने में नाकामयाब रहे। कजाकिस्तान के डेविड डगत्यरेव ने 188 किलोग्राम की लिफ्ट करके नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। वहीं, फ्रांस के खिलाड़ी एक्सल बौरलोन और एलेक्स अडेलाइडे ने कोई पदक नहीं जीता। महिला श्रेणियों में भी दो पैरालम्पिक रिकॉर्ड और एक विश्व रिकॉर्ड टूटे।
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