अमेरिकी कंप्यूटर चिप कंपनी Nvidia ने मंगलवार को Microsoft को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी का खिताब हासिल किया। Nvidia की चिप्स का उपयोग कृत्रिम बुद्धिमत्ता बाजार में व्यापक रूप से हो रहा है, जिससे कंपनी की वृद्धि में खासा योगदान मिला है। Reuters के अनुसार, Nvidia के शेयरों में 3.2% की वृद्धि हुई और यह 135.21 डॉलर के स्तर तक पहुंच गया।
Nvidia के शेयर की कीमत में संभावित गिरावट एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। कंपनी का ताजा आय रिपोर्ट बाजार की विश्लेषकों की उम्मीदों से बेहतर रही है। Nvidia के संस्थापक और सीईओ Jensen Huang की नेतृत्व शक्ति की तुलना Steve Jobs से की जा रही है। कंपनी की इस गणितीय चाल के पीछे का कारण उसकी दीर्घकालिक विकास योजना है।
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