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बुटान – हिमालय की छत्रछाया में शांति का सफ़र

जब हम बुटान, हिमालय की ऊँची चोटियों के बीच स्थित एक छोटा राजतंत्र. Also known as भूटान, यह देश पर्यावरण‑सुरक्षा, बौद्ध धर्म और Gross National Happiness (GNH) जैसी नीतियों पर ज़ोर देता है। यही कारण है कि बुटान को अक्सर ‘खुशी का देश’ कहा जाता है। आप भी इस लेख में उसकी भू‑भौगोलिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विशेषताओं को जल्दी‑से समझ पाएँगे।

भौगोलिक रूप से हिमालय, दक्षिण एशिया की सबसे ऊँची पहाड़ी श्रृंखला बुटान को चारों ओर घेरती है। ऊँची चोटियों, तेज़ी से बहते नदियों और गहरी घाटियों ने यहाँ एक अनूठा जलवायु बनाया है—सर्दियों में बर्फीले पहाड़ और गर्मियों में हरे‑भरे घाटी। इस अद्भुत परिदृश्य ने बुटान को ट्रैकर और प्रकृति प्रेमियों के लिये स्वर्ग बना दिया है, जबकि स्थानीय लोग इसे अपनी जीवनधारा मानते हैं।

राजनीतिक रूप से बुटान एक संवैधानिक राजशाही है, जहाँ राजा देश के विकास के प्रमुख निर्णय लेता है, पर साथ ही जनसंख्या की भागीदारी को भी प्रोत्साहित करता है। राजशाही के साथ लोकतांत्रिक संस्थाएँ काम करती हैं, जिससे नीति निर्माण में स्थिरता और लचीलापन दोनों मिलता है। यह मिश्रण बुटान को तेज़ आर्थिक बदलावों के सामने भी अपनी सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने में मदद करता है।

बुटान में Gross National Happiness, एक वैकल्पिक विकास मानक जो जीवन की गुणवत्ता को मापता है को राष्ट्रीय लक्ष्य माना गया है। GNH के चार स्तंभ—सतत विकास, सांस्कृतिक संरक्षण, पर्यावरणीय सुरक्षा और अच्छा शासन—देश की हर नीति में झलकते हैं। उदाहरण के तौर पर, नई सड़कें बनाने से पहले पर्यावरणीय प्रभाव का मूल्यांकन किया जाता है, और शिक्षा में स्थानीय भाषा व संस्कृति को बढ़ावा दिया जाता है। इस दृष्टिकोण ने बुटान को विश्व में एक अनोखा मॉडल बना दिया है।

धर्म के मामले में बौद्ध धर्म, बुटान की आध्यात्मिक नींव और दैनिक जीवन का मूल आधार है। लगभग ७५ % जनसंख्या यह धर्म मानती है, और देश भर में ५०० से अधिक मठ और मंदिर बिखरे हैं। पवन मठ, टोड्रा और पारो के पवित्र स्थल न केवल धार्मिक अनुष्ठान के केंद्र हैं, बल्कि कला‑संगीत, वास्तु‑शिल्प और ग्रंथों के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

पर्यटन और इको‑टूरिज़्म में बुटान का आकर्षण

बुटान का पर्यटन मॉडल पर्यावरणीय सततता और सांस्कृतिक सम्मान पर आधारित है। सरकार ने वार्षिक सीमित यात्रियों की संख्या तय की है, जिससे प्राकृतिक आवासों को भारी भीड़ से बचाया जा सके। ट्रैकिंग, रिवर राफ्टिंग और पारम्परिक घरों में ठहराव जैसे अनुभव यात्रियों को वास्तविक बुटानी जीवन के करीब लाते हैं। विशेष रूप से टाक्सिंग पर्वत, बर्मा द्वीप श्रृंखला और पारो वैली की सुंदरता हर साल नई आरक्षणियों को आकर्षित करती है।

आर्थिक रूप से बुटान का मुख्य आधार हाइड्रोपावर, एग्रिकॉल्चर और छोटे‑मोटे हस्तशिल्प हैं। जल शक्ति से उत्पन्न ऊर्जा ने राष्ट्रीय ग्रिड का ९० % हिस्सा संभाला है, जिससे आयातित ईंधन पर निर्भरता घट गई। साथ ही, जड़े‑जड़ी-बूटी, टिबेटी चाय और पारम्परिक कढ़ाई जैसे उत्पाद विश्व बाजार में मांग में हैं। इन स्रोतों से अर्जित आय को शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढाँचे में पुनः निवेश किया जाता है, जिससे निरंतर विकास की लहर चलती रहती है।

इन सब पहलुओं को समझने के बाद आप अगले सेक्शन में बुटान से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, रिव्यू और विश्लेषण देखेंगे। चाहे आप यात्रा की योजना बना रहे हों, निवेश के अवसर जाँचना चाहते हों, या सिर्फ़ इस छिपे हुए रत्न के बारे में जिज्ञासु हों—यहाँ सब कुछ मिलेगा। अब आगे देखें और बुटान की दुनिया में खुद को डुबो दें।

30

सित॰

2025

सलमान खान का 59वाँ जन्मदिन: असिफ की खास बातें और बुटान के प्रधानमंत्री से दोस्ती

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सलमान खान ने 26 दिसंबर को 59वाँ जन्मदिन मुंबई में मनाया, मित्र असिफ ने उनकी ईमानदारी और परोपकार की प्रशंसा की, जबकि बुटान के प्रधानमंत्री ने बधाई दी।