पेंसिल्वेनिया रैली में डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला, गोली कान से निकली

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14

जुल॰

2024

ट्रंप पर जानलेवा हमला: रैली में गोलीबारी

पेंसिल्वेनिया के बटलर में आयोजित एक रैली में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ। यह हमला उनके समर्थकों के बीच गहरे आघात का कारण बना। बंदूकधारी ने रैली के दौरान गोली चलाई, जिसमें ट्रंप के दाहिने कान को क्षति पहुंची, लेकिन सौभाग्यवश वह सुरक्षित बच गए। इस घटना ने देश और दुनिया के राजनीतिक परिदृश्य में हड़कंप मचा दिया।

हमलावर का अंत और घटनास्थल की स्थिति:

जब फायरिंग शुरू हुई, तो तत्काल सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया और हमलावर को मार गिराया। घटना के दौरान एक ट्रंप समर्थक की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गए। रैली में उपस्थित लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई थी। घटना स्थल पर तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए।

जो बाइडेन की प्रतिक्रिया

घटना की जानकारी मिलते ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तत्काल अपनी यात्रा रद्द कर वॉशिंगटन डी.सी. लौट आए और तत्कालाहट बैठक बुलाई। बाइडेन ने तुरंत अपनी होमलैंड सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बातचीत की और स्थिति को तत्काल नियंत्रित करने के आदेश दिए। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप और पेंसिल्वेनिया के गवर्नर जोश शापिरो से बात की और हिंसा की कड़ी निंदा की।

दिग्गज नेताओं की प्रतिक्रियाएँ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डेमोक्रेटिक सीनेट मेजॉरिटी लीडर चक शूमर समेत कई राजनेताओं ने इस हमले की निंदा की और ट्रंप की कुशलता पर राहत जताई। मोदी ने अपने संदेश में कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक देश में इस प्रकार की हिंसा अस्वीकार्य है।

सोशल मीडिया पर ट्रंप का संदेश

ट्रंप को सुरक्षित जगह पर ले जाने के बाद, उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने समर्थकों का धन्यवाद किया और घायलों और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सीक्रेट सर्विस एजेंटों की तत्परता और बहादुरी की प्रशंसा की।

जांच में जुटी एफबीआई

एफबीआई ने इस घटना की जांच अपने हाथ में ली है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में, हमलावर के उद्देश्य और पृष्ठभूमि को खंगाला जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियाँ इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही हैं ताकि ऐसे हमलों की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।

यह हमला एक गहरी चिंता का विषय है और सभी राजनीतिक दलों और नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। यह स्पष्ट करता है कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में बगैर किसी हिंसा के असहमति और बहस की आवश्यकता होती है।

लेखक के बारे में

स्नेहा वर्मा

स्नेहा वर्मा

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूँ और मुझे भारत से संबंधित दैनिक समाचारों पर लिखना बहुत पसंद है। मुझे अपनी लेखन शैली के माध्यम से लोगों तक जरूरी सूचनाएं और खबरें पहुँचाना अच्छा लगता है।

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