14
सित॰
2024
भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबला
एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2024 का बहुप्रतीक्षित मैच 14 सितंबर 2024 को held किया गया, जिसमें भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 2-1 से मात दी। यह मैच चीन के हुलुनबुइर में स्थित मोकी हॉकी ट्रेनिंग बेस पर खेला गया। मैच की शुरुआत ही काफी romanchak रही, जहां पाकिस्तान ने शुरूआती लीड लेकर भारतीय टीम पर दबाव बनाया।
पाकिस्तान की शुरूआत और भारतीय पलटवार
पाकिस्तान ने मैच के आठवें मिनट में अपनी बढ़त बनाई, जब अहमत नदीम ने कप्तान हान्नान शाहिद द्वारा दिए गए पास को गोल में बदल दिया। इस अचानक हुए गोल ने भारतीय टीम को चौंका दिया, लेकिन भारतीय कप्तान हारमनप्रीत सिंह ने त्वरित प्रत्युत्तर देते हुए 13वें और 19वें मिनट में दो पेनल्टी कॉर्नर्स को गोल में बदलकर भारत को 2-1 की बढ़त दिला दी। दोनों ही गोल हारमनप्रीत की उत्कृष्ट स्किल और नर्व कंट्रोल का नतीजा थे।
भारत का अजेय रहना
इस जीत के साथ ही भारत की एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में यह लगातार पांचवीं जीत रही है। इससे पहले खेले गए मैचों में भारतीय टीम ने चीन को 3-0, जापान को 5-1, मलेशिया को 8-1 और कोरिया को 3-1 से हराया था। इन सभी मैचों में भारतीय टीम के प्रदर्शन ने साबित कर दिया कि वे इस प्रतियोगिता में विजेता बनने के प्रबल दावेदार हैं।
पाकिस्तान की भी रही कड़ी टक्कर
हालांकि, पाकिस्तान की टीम ने भी टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है। पाकिस्तान ने मलेशिया और कोरिया के खिलाफ ड्रॉ खेलते हुए जापान को 2-1 और चीन को 5-1 से हराया। कोच ताहिर ज़मान के मार्गदर्शन में पाकिस्तानी टीम ने भी अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
मैच की महत्वपूर्ण घड़ियाँ
मैच में भारतीय गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक का प्रदर्शन भी बेहद सराहनीय रहा। उन्होंने कई महत्वपूर्ण सेव किए और भारतीय बढ़त को बनाए रखा। मैच के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच कई अनुशासनिक कार्यवाहियाँ भी देखी गईं। पाकिस्तान के राना वहीद अशरफ को 10 मिनट की येलो कार्ड सजा मिली, जबकि भारत के मनप्रीत सिंह को 5 मिनट के लिए खेल से बाहर बैठना पड़ा।
मैत्रीपूर्ण संबंध भी दिखे
मैच के दौरान मैदान पर भले ही प्रतिस्पर्धा की भावना उच्चम स्तर पर रही हो, लेकिन खिलाड़ियों के बीच आपसी सम्मान और सौहार्द देखने को मिला। हारमनप्रीत सिंह ने मैच के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ अपने जूनियर दिनों की यादें साझा कीं और कहा कि वे तीनों के बीच एक विशेष बंधन है। यह देखना सुखद था कि पुरानी दुश्मनी के बावजूद दोनों देशों के खिलाड़ी आपसी सम्मान बनाए रख रहे थे।
आगे के मुकाबले
अब नजरें इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबलों पर हैं, जो 16 सितंबर को खेले जाएंगे। फाइनल मुकाबला 17 सितंबर को होगा, जहाँ एक बार फिर हमें रोमांचक खेल देखने को मिल सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत अपनी शानदार फॉर्म को बरकरार रखते हुए चैंपियन बनने का सपना साकार कर पाएगा। खिलाड़ियों और फैंस दोनों के लिए यह एक यादगार प्रतियोगिता रही है।
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