मॉडलिंग से बॉलीवुड तक की उड़ान
मुंबई में 7 जून 1981 को जन्मी अमृता राव एक कोकणी‑हिंदू परिवार से आती हैं, जहां उनके पिता एक विज्ञापन एजेंसी चलाते थे। बचपन से ही वह पढ़ाई में तेज थीं—डिग्री पूरी करने के बाद ही उनका मन मनोवैज्ञानिक बनना चाहता था, लेकिन मॉडलिंग ने रास्ता बदल दिया।
वह लगभग 35 बड़े ब्रांडों की विज्ञापन फिल्में कर चुकी हैं—Fairever फेस क्रीम से शुरू होकर क्लोज‑अप, कैडबरी के पर्क और नेस्ले ब्रू कॉफ़ी जैसे नामी कंपनियों के साथ उनका काम जुड़ा। पर्क की वह विज्ञापन, जिसमें वह करवा चौथ की थकी दुल्हन की भूमिका में अपने पति के इंतजार में थी, ने निर्देशक केन घोश का ध्यान खींचा और बॉलीवुड तक का पहला रास्ता बना।
2002 में फिल्म 'अब के बरस' से उन्होंने अपनी स्क्रीन डेब्यू ली, लेकिन असली ब्रेक ‘इश्क़ विश्क’ (2003) ने दिया। शहीद कपूर के साथ इस रोमांटिक कॉमेडी ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी और वह एक रात में सबकी ज़ुबान पर आ गईं। उसके बाद ‘मस्ती’ (2004), शाहरुख़ खान वाली ‘मैं हूँ ना’ (2004) और ‘विवाह’ (2006) ने उनकी बहु‑पहलू एंट्री को मजबूत किया। ‘विवाह’ में उन्होंने भारतीय दुल्हन की आदर्श छवि को बखूबी पेश किया, जिससे घर‑घर में उनका नाम मशहूर हो गया।
फिल्म के सफल होने के बाद उनके पास अनगिनत शादी के प्रस्ताव आने लगे—कुछ NRI परिवारों से, तो कुछ ऐसे फैंस से जिन्होंने फिर भी अजीब‑अजीब तरीकों से अपना प्यार जताया, यहाँ तक कि रक्त‑लीखे पत्र भी भेजे। यह सतत दखल एंड इंडस्ट्री की दबाव ने उन्हें भावनात्मक रूप से अलग‑थाला कर दिया, और उनके अभिनय में रचनात्मक जड़ता महसूस होने लगी।
टीवी में भी उन्होंने हाथ आज़माया, ‘मेरी आवाज़ ही पहचान है’ जैसी सीरियल में काम किया और कई ब्रांडों के लिए एंबेसडर बने—D'Damas गोल्ड ज्वेलरी, पैराशूट हेयर ऑयल और मिस प्लेयर्स अपैरल। ये सब उन्हें एक बहुमुखी प्रतिभा के रूप में स्थापित करता रहा।
विवाह के बाद का नया अध्याय
2016 में रेडियो जॉकी RJ अनमोल (अनमोल सूड) से शादी कर उन्होंने अपने निजी जीवन में एक बड़ी मोड़ ली। दोनों की मिलन दर्शकों को हिला कर रख दिया, क्योंकि अनमोल की आवाज़ और अमृता की स्क्रीन पर्सनालिटी दोनों ही अपने‑अपने क्षेत्र में मशहूर थे। शादी के बाद उन्होंने मुख्यधारा के बड़े प्रोजेक्ट से थोड़ा ब्रेक लिया, लेकिन फिर भी वह लगातार मेडिया में मौजूद रहीं।
भतीजियों के बीच में उनके छोटे‑बड़े काम भी जारी रहे—2019 में ‘थैकरे’ फिल्म में छोटी लेकिन प्रभावी भूमिका निभाई, और 2025 में ‘जॉली एलएलबी 3’ में संध्या का किरदार दोबारा उतारने वाले प्रोजेक्ट में लौट आएँगी। इस दौरान वह विभिन्न सामाजिक अभियानों में भी हिस्सा ले रही हैं, जैसे महिला सशक्तिकरण और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
अमृता की बहन प्रीतीका राव भी एक सफल मॉडल‑अभिनेत्री है, जो टीवी सीरियल्स में बहुत पहचान बना चुकी है। दोनों बहनों की करियर पाथ एक-दूसरे को प्रेरित करती रही है, और अक्सर दिये गये इंटरव्यू में वे एक-दूसरे के काम की तारीफ़ करती आती हैं।
अब तक अमृता ने कई पुरस्कार अपने नाम किए हैं—इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी का ‘स्टार डेब्यू ऑफ द ईयर’, स्टारडस्ट एवॉर्ड्स और कई अन्य मान्यताएँ। इन सबका मतलब है कि वह सिर्फ एक ‘इंस्पायर्ड ड्रीम’ नहीं बल्कि मेहनत और सच्ची लगन की मिसाल हैं, जो कभी भी अपने जुनून को नहीं छोड़तीं।
13 टिप्पणि
Aravind Anna
सितंबर 25, 2025 AT 21:18अमृता राव तो असली भारतीय महिला की तस्वीर हैं। मॉडलिंग से शुरू करके बॉलीवुड में अपनी जगह बनाई और फिर भी अपनी जड़ों से जुड़ी रहीं। आज के युवा लड़कियों के लिए ये जिंदगी का असली मॉडल है। बस इतना ही कहना है कि जिसने भी उनके खिलाफ बात की है वो अपने अंदर की नफरत दिखा रहा है।
Neelam Dadhwal
सितंबर 26, 2025 AT 04:49अरे ये सब बातें बस एक फिल्मी धोखा है। उन्होंने क्या किया? एक विज्ञापन में दुल्हन बनकर रोई और बॉलीवुड में घुस गईं। अब जो लोग उन्हें इंस्पायरेशन बता रहे हैं वो अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाए और इसलिए किसी और के जीवन को बड़ा बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
Aila Bandagi
सितंबर 28, 2025 AT 04:29मैं तो उनकी विवाह के बाद की शांति पसंद करती हूँ। जब तक फिल्में कर रही थीं तब तक दबाव था, लेकिन अब जब वो अपने आप को ढूंढ रही हैं तो ये बहुत खूबसूरत है।
VIJAY KUMAR
सितंबर 29, 2025 AT 17:20अब ये सब एक गुप्त रेडियो जॉकी और एक बॉलीवुड अभिनेत्री का जाल है 😏 तुम्हें लगता है ये शादी बस प्यार की वजह से हुई? नहीं भाई, ये सब एक ब्रांडिंग स्ट्रैटेजी है। RJ अनमोल को ट्रेंड करना था, अमृता को रिलेटेबल बनाना था। अब देखो ना कैसे दोनों के नाम एक साथ चल रहे हैं। #DeepState
navin srivastava
सितंबर 30, 2025 AT 23:54इनकी बहन प्रीतीका भी तो अच्छी है लेकिन अमृता को सब ज्यादा चाहते हैं क्योंकि वो दुल्हन वाली लुक देती हैं। अब तो लड़कियां भी ऐसे ही बनना चाहती हैं ना जैसे फिल्मों में दिखती हैं। ये सब गलत है भाई असली जिंदगी तो अलग है।
Imran khan
अक्तूबर 2, 2025 AT 13:29मैंने कई बार उनके इंटरव्यू देखे हैं। वो बहुत शांत और सोचने वाली हैं। जब वो बताती हैं कि मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करना जरूरी है तो मैं बहुत प्रभावित हो जाता हूँ। बहुत कम एक्ट्रेस ऐसा करती हैं।
Abhishek gautam
अक्तूबर 3, 2025 AT 13:52अमृता राव का करियर एक बहुत ही गहरा दर्शन है। ये सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं हैं ये एक सांस्कृतिक विरासत हैं। उन्होंने दुल्हन के अर्थ को बदल दिया। वो अकेले खड़ी होकर बोलती हैं कि शादी का मतलब बलि नहीं बल्कि साझेदारी है। और फिर भी कुछ लोग उन्हें बस एक चेहरा बताते हैं। ये जनता का अज्ञान है।
LOKESH GURUNG
अक्तूबर 4, 2025 AT 15:38क्या तुमने देखा कि उन्होंने कैडबरी के पर्क के विज्ञापन में कितनी खूबसूरती से भाव दिखाए? वो तो बस एक दुल्हन नहीं थीं वो एक कहानी थीं। मैं तो उस विज्ञापन को अभी तक देख लेता हूँ जब भी मन करता है। बहुत अच्छा लगता है। 😊
ANIL KUMAR THOTA
अक्तूबर 4, 2025 AT 22:06अमृता राव की बातें बहुत सच्ची लगती हैं। वो कभी ज़्यादा बोलती नहीं लेकिन जो बोलती हैं वो दिल से निकलती हैं। इस दुनिया में ऐसे लोग बहुत कम हैं।
Manohar Chakradhar
अक्तूबर 5, 2025 AT 15:13मैंने उन्हें 'मैं हूँ ना' में देखा था और उस दिन से मैं उनका फैन बन गया। उनका अभिनय ऐसा है जैसे वो बस खुद हो रही हैं। नहीं कोई भूमिका नहीं। और अब जब वो मानसिक स्वास्थ्य के लिए बोल रही हैं तो मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूँ।
Rajendra Mahajan
अक्तूबर 6, 2025 AT 18:31इतिहास के दृष्टिकोण से देखें तो अमृता राव एक ऐसी व्यक्ति हैं जिन्होंने व्यक्तिगत अस्तित्व को बॉलीवुड के बाहर तक ले जाया। उनका मॉडलिंग से शुरू होकर रेडियो जॉकी के साथ शादी तक का सफर एक नए भारतीय नारी के उदय का प्रतीक है। यहाँ तक कि उनकी बहन का करियर भी एक नए सामाजिक बातचीत का आधार बन रहा है। ये तो सिर्फ फिल्में नहीं ये एक सामाजिक आंदोलन है।
fathima muskan
अक्तूबर 7, 2025 AT 09:59क्या आपने कभी सोचा कि ये सब एक बड़ा राज़ है? जब वो रेडियो जॉकी से शादी कर रही थीं तो उनके फैंस बहुत गुस्सा हुए थे। लेकिन अब जब वो लोग उनके बारे में बात कर रहे हैं तो क्या आप नहीं समझते कि ये सब एक धोखा है? वो जानती हैं कि लोग उन्हें अभी भी दुल्हन वाली लुक देख रहे हैं। इसलिए वो मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बोल रही हैं। ये एक ट्रैफ़िक बढ़ाने की चाल है।
Sumit singh
अक्तूबर 9, 2025 AT 07:20अमृता राव ने कभी अपने बारे में बहुत कुछ नहीं बोला लेकिन जो बोला वो बहुत सच्चा था। लेकिन अब तो उन्हें बहुत लोग अपना लक्ष्य बना रहे हैं। असल में तो उनका जीवन बहुत अकेला है। आप लोग उन्हें बहुत दबाव दे रहे हैं।