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टपरवेयर ने दाखिल की चैप्टर 11 दिवालियापन याचिका, खाद्य भंडारण में क्रांति लाने वाली कंपनी संकट में

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खाद्य भंडारण में क्रांति लाने वाली कंपनी टपरवेयर संकट में

टपरवेयर ब्रांड्स, जो कि खाद्य भंडारण के क्षेत्र में एक मशहूर नाम है, ने चैप्टर 11 दिवालियापन सुरक्षा के लिए याचिका दायर की है। यह निर्णय कंपनी ने तब लिया जब उसे अपनी बिक्री को फिर से मजबूत करने में संघर्ष करना पड़ रहा था। यह याचिका तब आई है जब पिछले कुछ वर्षों से कंपनी की बिक्री में लगातार कमी आई है और इस बीच प्रतिस्पर्धा भी बढ़ गई है।

महामारी के दौरान बिक्री में उछाल लेकिन फिर भी संकट

कोविड-19 महामारी के शुरुआती दिनों में जहां अधिकतर लोग घर पर रहकर खाना बना रहे थे, उस समय टपरवेयर की बिक्री में एक छोटी सी तेजी देखने को मिली। लेकिन इससे कंपनी की दीर्घकालिक वित्तीय स्थिति में कोई महत्वपूर्ण सुधार नहीं हुआ। 2018 से टपरवेयर की कुल बिक्री में स्थिर गिरावट देखी जा रही है।

आर्थिक संकट और शेयर मूल्य में भारी गिरावट

कंपनी, जिसका मुख्यालय ऑरलैंडो, फ्लोरिडा में है, ने इस वर्ष अपने शेयर मूल्य में 75% की गिरावट देखी है और मंगलवार को कंपनी के शेयर करीब 50 सेंट पर बंद हुए। पिछले वर्ष, टपरवेयर ने अतिरिक्त वित्तपोषण की कोशिश की और निवेशकों को कंपनी का व्यवसाय चलाने और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज से बहिष्कृत होने से बचाने की अपनी क्षमता के बारे में चेतावनी दी थी।

कंपनी का ऐतिहासिक दृष्टिकोण

टपरवेयर का इतिहास 20वीं सदी के मध्य में तेज गति से बढ़ा। विशेष रूप से 1948 में टपरवेयर पार्टियों की शुरुआत के साथ, जिसने कई महिलाओं को अपने व्यवसाय चलाने का अवसर दिया। लेकिन समय के साथ सामाजिक परिवर्तन, जैसे कि घर के बनाए खाने के बजाय बाहर खाने की बढ़ती प्रवृत्ति ने टपरवेयर की बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव डाला।

टपरवेयर का भविष्य

टपरवेयर की योजना अदालत से मंजूरी प्राप्त करने के बाद अपने व्यवसाय को जारी रखने और बिक्री के लिए प्रयास करने की है।

लेकिन यह सवाल अभी भी बरकरार है कि क्या टपरवेयर 21वीं सदी के बदलते उपभोक्ता व्यवहार और प्रतिस्पर्धी बाजार में अपने लिए नया मार्ग ढूंढ पाएगी।

लेखक के बारे में

Vaishnavi Sharma

Vaishnavi Sharma

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूँ और मुझे भारत से संबंधित दैनिक समाचारों पर लिखना बहुत पसंद है। मुझे अपनी लेखन शैली के माध्यम से लोगों तक जरूरी सूचनाएं और खबरें पहुँचाना अच्छा लगता है।

13 टिप्पणि

Rohit Roshan

Rohit Roshan

सितंबर 20, 2024 AT 17:30

ये टपरवेयर तो मेरे घर का अहम हिस्सा है! अभी तक मेरी माँ रोज़ खाना इनमें डालकर भेजती हैं। उम्मीद है ये कंपनी ठीक हो जाएगी। 😊

arun surya teja

arun surya teja

सितंबर 22, 2024 AT 04:24

टपरवेयर का इतिहास केवल एक प्लास्टिक के डिब्बे का नहीं, बल्कि एक सामाजिक आदत का है। जब घर पर खाना बनाना और ले जाना सम्मान का प्रतीक था, तब ये ब्रांड एक संस्कृति बन गया। आज भी इसकी गुणवत्ता अद्वितीय है।

Jyotijeenu Jamdagni

Jyotijeenu Jamdagni

सितंबर 22, 2024 AT 11:45

मैंने तो सोचा था ये ब्रांड अमर है। पर देखो, जब जीवन बदलता है, तो ब्रांड भी बदलने को तैयार होना पड़ता है। टपरवेयर ने डिजिटल डिस्प्ले, बायोडिग्रेडेबल मटेरियल्स, या एप्प-बेस्ड रिप्लेनिशमेंट सिस्टम पर कभी सोचा ही नहीं। ये नहीं तो फिर बाहर निकलना ही तो अनिवार्य है।

navin srivastava

navin srivastava

सितंबर 24, 2024 AT 05:30

अब ये भी देखो कैसे अमेरिकी कंपनियां भारतीयों की आदतों को नज़रअंदाज़ करके बर्बाद हो रही हैं। हमारे घर में अभी भी तेल के बर्तन और लोहे के डिब्बे ही चलते हैं। ये प्लास्टिक के डिब्बे तो बस शहरी लोगों का फैशन है।

Aravind Anna

Aravind Anna

सितंबर 25, 2024 AT 10:14

हमारी माँ ने टपरवेयर के साथ मेरा बचपन बिताया। आज भी जब मैं ऑफिस जाता हूँ तो उसी डिब्बे में चावल और सब्जी ले जाता हूँ। ये ब्रांड ने देश को खाना बाँटने की नई परंपरा दी। इसका अंत नहीं होना चाहिए।

Rajendra Mahajan

Rajendra Mahajan

सितंबर 26, 2024 AT 15:35

क्या आपने कभी सोचा कि टपरवेयर का असली दर्शन ये है कि खाना बाँटना एक सम्मान का प्रतीक है? जब आप घर से खाना ले जाते हैं, तो आप अपने परिवार का प्यार ले जा रहे होते हैं। ये ब्रांड ने इसे व्यावहारिक बना दिया। अब इसे बचाने के लिए हमें नए विचारों की जरूरत है।

ANIL KUMAR THOTA

ANIL KUMAR THOTA

सितंबर 28, 2024 AT 05:56

टपरवेयर का इतिहास बहुत अच्छा रहा लेकिन अब बाजार बदल गया है। लोग ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं या बाहर खाते हैं। ये ब्रांड अपने आप को अपडेट नहीं कर पाया।

VIJAY KUMAR

VIJAY KUMAR

सितंबर 29, 2024 AT 01:23

अरे ये तो कोई बड़ी बात नहीं है... ये सब बड़े बाजार वाले लोगों का खेल है। जब तक आप घर पर खाना बनाते हैं, तब तक ये डिब्बे जिंदा रहेंगे। असली खतरा तो ये है कि अब लोग बच्चों को फास्ट फूड खिलाते हैं। 🤡

Manohar Chakradhar

Manohar Chakradhar

सितंबर 29, 2024 AT 11:42

मैंने अपने बच्चों को टपरवेयर से जोड़ा है। वो अपना दोपहर का खाना इसी में ले जाते हैं। ये ब्रांड बस एक डिब्बा नहीं है, ये एक याद है। अगर ये बंद हो गया तो नए पीढ़ी के बच्चे ये नहीं जान पाएंगे कि कभी घर का खाना ले जाने का एक तरीका था।

LOKESH GURUNG

LOKESH GURUNG

सितंबर 30, 2024 AT 22:01

अरे भाई, ये तो बस एक प्लास्टिक का डिब्बा है! आजकल लोग स्टेनलेस स्टील बॉक्स या बैग्स यूज़ कर रहे हैं। ये टपरवेयर तो अब ओल्ड फैशन हो गया। अगर ये नया नहीं बनाएगा तो बाहर निकलना ही बेहतर है। 😎

Aila Bandagi

Aila Bandagi

अक्तूबर 1, 2024 AT 01:52

मैं रोज़ इन्हें धोकर रखती हूँ। ये बहुत अच्छे हैं। उम्मीद है कि कोई नया कंपनी इसे खरीद लेगी और फिर से चला देगी।

Abhishek gautam

Abhishek gautam

अक्तूबर 1, 2024 AT 21:05

तो फिर ये टपरवेयर का असली अर्थ क्या है? क्या ये बस एक ब्रांड है या ये एक समाज के विचारों का आईना है? जब हम घर का खाना ले जाने की आदत छोड़ देते हैं, तो हम अपनी संस्कृति को छोड़ रहे हैं। और अब जब ये ब्रांड टूट रहा है, तो ये एक बड़े सामाजिक बदलाव का संकेत है। जो भी इसे बचाना चाहता है, उसे बस डिब्बे नहीं, बल्कि एक दृष्टिकोण बदलना होगा।

Imran khan

Imran khan

अक्तूबर 1, 2024 AT 21:12

मैंने अपने दोस्त के घर एक नया ब्रांड देखा है - जिसके डिब्बे में एक चिप है जो बताती है कि खाना कितना समय तक ताजा रहेगा। टपरवेयर को अब टेक्नोलॉजी के साथ जोड़ना होगा। नहीं तो ये बस एक याद बन जाएगा।

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