When working with कियर स्टारमर, ब्रिटेन के लेबर पार्टी के नेता और संसद में प्रमुख चेहरा. Also known as Keir Starmer, वह 2020 में नेशनल लीडर बना और तब से कई घरेलू‑विदेशी मुद्दों पर आवाज़ उठा रहा है।
लेबर पार्टी, यानी लेबर पार्टी, ब्रिटेन की प्रमुख सेंटर‑लेफ़्ट पार्टी, कियर स्टारमर के नेतृत्व में एक स्पष्ट रणनीति अपनाई है: सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करना, सार्वजनिक सेवाओं में निवेश बढ़ाना और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से नौकरियों की गुणवत्ता सुधारना। इस पार्टी की नीतियाँ अक्सर कंजर्वेटिव सरकार के एंटी‑ग्रॉथ उपायों के उलट चलती हैं, इसलिए स्टारमर का मंचन "रिवाइंडिंग द एंजेल्स" जैसा महसूस करवाता है।
ब्रिटिश संसद, अर्थात् ब्रिटिश संसद, हाउस ऑफ कॉमन्स और लॉर्ड्स का द्विसदनीय संस्थान, में स्टारमर की आवाज़ का असर सीधे कानून में दिखता है। वह हर बख़्त कमिटी में सवालों के जवाब देता है, बजट के मसौदे पर टिप्पणी करता है और यूके‑ईयू संबंधों को फिर से देखने की कोशिश करता है। यहाँ उनका मुख्य मैन्यूनिट "Starmer → Labour → Parliament" एक स्पष्ट त्रिकोण बनाता है, जो नीति‑निर्माण को प्रभावित करता है।
ब्रेक्ज़िट, यानी ब्रेक्ज़िट, 2016 के जनमत संग्रह से शुरू हुआ यूके‑ईयू अलगाव प्रक्रिया, पर स्टारमर का रुख धीरे‑धीरे बदल रहा है। शुरुआती सालों में उन्होंने कंजर्वेटिव‑दृष्टि को चुनौती देते हुए ट्रेड डिपेंडेंस को बढ़ाने की मांग की। अब वे "ट्रेड फेयर" की दिशा में काम कर रहे हैं, जहाँ यूके न केवल यूरोपीय बाजारों से, बल्कि एशिया‑पैसिफिक के साथ भी मजबूत व्यापार समझौते चाहता है। यही कारण है कि भारत‑UK संबंधों पर उनका फोकस अधिक स्पष्ट हो रहा है।
भारत‑UK संबंध, यानी भारत‑UK संबंध, व्यापार, शिक्षा, रणनीतिक साझेदारी, स्टारमर के लिए नई कूटनीति का क्षेत्र बन गया है। वह कई बार भारतीय दूतावास के साथ मुलाकातों में शिक्षा‑विज्ञान सहयोग, साफ़ ऊर्जा निवेश और टेक स्टार्ट‑अप एक्सचेंज को बढ़ाने की बात करता है। इस कारण दो देशों के बीच छात्रवृत्ति योजना और आर्थिक मिशन में तेज़ी आई है। यहाँ "Starmer → India‑UK → Economic Growth" की एक सीधा संबंधात्मक त्रिशुल्क बनता है, जिससे भारतीय उद्यमियों को भी नया भरोसा मिलता है।
स्टारमर की रणनीतियों में डिजिटल परिवर्तन भी अहम है। उन्होंने यूके के इंटरनेट इनफ्रास्ट्रक्चर को ग्रामीण क्षेत्रों में ले जाने के लिए "डिजिटल डेल्टा" योजना पेश की, जो कामगारों को नई स्किल्स सिखाकर रोजगार पैदा करती है। इस पहल में लेबर पार्टी की सामाजिक न्याय‑परक सोच और संसद के फंडिंग मैकेनिज़्म दोनों का योगदान है। परिणामस्वरूप, कई छोटे शहरों में नए टेक हब उभर रहे हैं, जिससे यूके की GDP बढ़ने की संभावना बनती है।
सारांश में, कियर स्टारमर का राजनीतिक सफ़र सिर्फ एक लीडरशिप कहानी नहीं, बल्कि एक जटिल सिस्टम में कई एंटिटीज़ के बीच पुल बनाना है। उनका लेबर पार्टी पर प्रभाव, संसद में बदलाव, ब्रेक्ज़िट के बाद नई व्यापार नीति और भारत‑UK सहयोग की दिशा सभी एक ही बड़े चित्र में फिट होते हैं। अब आप नीचे दी गई लेख‑सूची में इन विभिन्न पहलुओं के विस्तृत विश्लेषण, ताज़ा ख़बरें और गहराई वाले इंटरव्यू पा सकते हैं। ये लेख आपको स्टारमर के विचार, कार्यशैली और भविष्य की योजना को समझने में मदद करेंगे।
09 अक्टूबर 2025 को मुंबई में बीआर गवई पर हमले की कार्रवाई के खिलाफ वकीलों का विरोध प्रदर्शन हुआ, साथ ही मायावती ने योगी की सराहना की और कियर स्टारमर ने भारत को आर्थिक महाशक्ति बताया।
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