सबसे मूल्यवान कंपनियों की सूची: कौन है टॉप पर?

अगर आप सोचते हैं कि आज का सबसे बड़ा खिलाड़ी कौन है, तो मार्केट कैपिटलाइज़ेशन देखना सबसे आसान तरीका है। एक कंपनी के शेयरों के कुल मूल्यों को जोड़ कर जो आंकड़ा मिलता है, वही बताता है उसकी बाज़ार ताकत। इस लेख में हम उन कंपनियों की बात करेंगे जिनका मूल्य आज के समय में रिकॉर्ड सेट कर रहा है, और क्यों ये नाम हर निवेशक के दिमाग में रहते हैं।

ग्लोबल टॉप 5: कौन-कौन से ब्रांड हैं सबसे आगे?

अमेरिका की टेक कंपनियां लगातार शीर्ष पर रहती हैं। Apple, Microsoft, Alphabet (Google), Amazon और Tesla इस लिस्ट के मुख्य खिलाड़ी हैं। इनके पास न केवल बड़ी आय है, बल्कि उनका इको‑सिस्टम भी निवेशकों को आकर्षित करता है। उदाहरण के तौर पर Apple का हर नया iPhone लॉन्च होते ही शेयरों में तेज़ी आती है क्योंकि उपभोक्ता बेस बहुत बड़ा है। इसी तरह Microsoft क्लाउड सर्विसेज और Azure की बढ़ती मांग से अपनी वैल्यू बनाये रखता है।

इन कंपनियों की सफलता के पीछे दो मुख्य कारण हैं: निरंतर नवाचार और वैश्विक पहुँच। जब एक प्रोडक्ट या सर्विस पूरे विश्व में इस्तेमाल होती है, तो उसका रिवेन्यू भी उसी हिसाब से बढ़ता है। इसलिए मार्केट कैप जल्दी‑जल्दी ऊँचा रहता है।

भारत की सबसे मूल्यवान कंपनियां: भारतीय दिग्गज कौन हैं?

भारत में भी कुछ कंपनियों ने विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज़, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस और एडानी ग्रुप के शेयरों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इनका बाज़ार मूल्य अक्सर 10 लाख करोड़ रुपये से भी ऊपर जाता है।

रिलायंस का तेल‑गैस व्यवसाय अभी भी उसकी रीढ़ है, पर रिफाइनरी, रिटेल और डिजिटल सेवा (Jio) ने इसे नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया है। TCS जैसी आईटी कंपनियों को वैश्विक क्लाएंट्स से लगातार बड़े प्रोजेक्ट मिलते हैं, जिससे उनके राजस्व में स्थिरता रहती है।

अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं तो इन दिग्गजों के शेयर अक्सर सुरक्षित माना जाते हैं क्योंकि उनका बिज़नेस मॉडल विविधित और मजबूत होता है। पर याद रखें, कोई भी कंपनी मार्केट की उतार‑चढ़ाव से पूरी तरह बच नहीं सकती; इसलिए रिस्क मैनेजमेंट जरूरी है।

अब सवाल यह है कि आप इन कंपनियों को कैसे चुनें? सबसे पहले उनका फाइनेंसियल स्टेटमेंट देखें – राजस्व, नेट प्रॉफिट और डेब्ट लेवल। फिर उनके भविष्य के प्लान जैसे नई प्रोडक्ट लॉन्च या मार्केट एंट्री पर ध्यान दें। अंत में कंपनी की मैनेजमेंट टीम का ट्रैक रिकॉर्ड देखना न भूलें; अच्छे लीडरशिप वाले बिज़नेस में स्थिरता रहती है।

संक्षेप में, सबसे मूल्यवान कंपनियां वो हैं जो लगातार नवाचार करती हैं, बड़े ग्राहक बेस पर भरोसा रखती हैं और जोखिम को संभालने की क्षमता रखती हैं। चाहे आप भारतीय हों या विदेश में, इन सिद्धांतों को समझकर ही आप सही निवेश का फैसला कर सकते हैं।

19

जून

2024

Nvidia ने Microsoft को पीछे छोड़ते हुए बनी दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी

Nvidia ने Microsoft को पीछे छोड़ते हुए बनी दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी

अमेरिकी कंप्यूटर चिप कंपनी Nvidia ने मंगलवार को Microsoft को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी का खिताब हासिल किया। Nvidia की चिप्स का उपयोग कृत्रिम बुद्धिमत्ता बाजार में व्यापक रूप से हो रहा है, जिससे कंपनी की वृद्धि में खासा योगदान मिला है। Reuters के अनुसार, Nvidia के शेयरों में 3.2% की वृद्धि हुई और यह 135.21 डॉलर के स्तर तक पहुंच गया।