स्वतंत्र सांसद विशाल पाटिल ने राहुल गांधी से मुलाकात की, कांग्रेस को समर्थन देने का किया ऐलान

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7

जून

2024

महाराष्ट्र के सांगली लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज कर स्वतंत्र सांसद बने विशाल पाटिल ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है। नई दिल्ली में हुई इस महत्वपूर्ण मुलाकात में पाटिल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की। पाटिल के साथ उनके मार्गदर्शक कांग्रेस विधायक विश्वजीत कदम भी उपस्थित थे। इस अवसर पर पाटिल ने कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने का औपचारिक पत्र सौंपा।

विशाल पाटिल की इस पहल से कांग्रेस पार्टी को लोकसभा में नया संजीवनी मिली है, जिससे उनकी संख्या 100 हो चुकी है। पाटिल का कांग्रेस पार्टी से पुराना नाता है, उनके दादा वसंतदादा पाटिल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। लेकिन कांग्रेस से टिकट न मिलने के कारण विशाल पाटिल ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और भारतीय जनता पार्टी के सिटिंग सांसद संजयकाका पाटिल को हराया।

महाराष्ट्र में पाटिल परिवार की पहचान कांग्रेस से अटूट जुड़ाव की रही है। विशाल पाटिल के पिता, दादा और भाई, सभी ने कांग्रेस पार्टी में विभिन्न पदों को संभाला है। इस तरह की मजबूत राजनीतिक पृष्ठभूमि के बावजूद, विशाल पाटिल ने चुनाव में स्वतंत्र उतरने का जोखिम उठाया और उसे सफलता भी मिली।

राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के दौरान, पाटिल ने इस बात पर जोर दिया कि उनका कांग्रेस पार्टी के प्रति प्यार और सम्मान अटूट है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी परिवारिक पहचान कांग्रेस के साथ ही है और भविष्य में भी रहेगी।

विशाल पाटिल और उनके परिवार का ठाकरे परिवार के साथ भी घनिष्ठ संबंध रहा है। इस मुलाकात के बाद पाटिल ने इस संबंध को भी सुचारू रूप से आगे बढ़ाने की कामना की और कहा कि किसी भी प्रकार के मतभेद को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।

वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में विशाल पाटिल का कांग्रेस में आना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह कदम महाराष्ट्र में कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने में सहायक हो सकता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे इस मौके का फायदा उठाते हुए पार्टी की छवि को और मजबूत करेंगे।

पाटिल का यह निर्णय उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं के बीच भी काफी सराहा जा रहा है। सांगली और आसपास के क्षेत्रों में इसके सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। स्थानीय जनता और पार्टी कार्यकर्ता इस बात से उत्साहित हैं कि पाटिल की वापसी से कांग्रेस को नई ऊर्जा मिली है।

इस नई राजनीतिक स्थिति से बने समीकरणों पर सभी की नजरें अब टिकी हुई हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी समय में कांग्रेस पार्टी इस नये संयोग का किस तरह से लाभ उठाती है और महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में क्या बदलाव आता है।

लेखक के बारे में

स्नेहा वर्मा

स्नेहा वर्मा

मैं एक अनुभवी समाचार लेखिका हूँ और मुझे भारत से संबंधित दैनिक समाचारों पर लिखना बहुत पसंद है। मुझे अपनी लेखन शैली के माध्यम से लोगों तक जरूरी सूचनाएं और खबरें पहुँचाना अच्छा लगता है।

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